अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि काबुल में भारतीय राजदूत के साथ ही दूतावास के अन्य कर्मचारियों को भी त्वरित रूप से वापस बुलाया जाएगा। केंद्रीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्विटर के जरिए ये जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि भारत सरकार अफगानिस्तान में फँसे हिन्दुओं, सिखों व अन्य के साथ संपर्क में है।
जैसे ही कमर्शियन फ्लाइट सेवा फिर से शुरू होती है, उन्हें वापस बुलाने के लिए कार्यवाही शुरू की जाएगी। अगले दो दिनों में कमर्शियल फ्लाइट ऑपरेशन्स शुरू किए जा सकते हैं। सोमवार (16 अगस्त, 2021) की दोपहर को एक एयर इंडिया का फ्लाइट अफगानिस्तान से 46 लोगों को लेकर भारत पहुँचा। साथ ही वहाँ से कुछ उपकरण वगैरह भी लाए गए, जो भारत के थे। दिल्ली में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में भारतीय कर्मचारियों को वापस लाने पर चर्चा हुई।
My Sourcs tell me that Govt of India is in touch with Afghan #Sikhs and #Hindus and others there and immediately as the Commercial Operations open they will be brought back…It is expected that Commercial Airport operations may open in a day or two in #Kabul https://t.co/MGRba4SvgD
— Ashish (ABP News) #Vaccinate (@AshishSinghLIVE) August 17, 2021
अफगानिस्तान में मौजूद भारतीय दल वहाँ के स्थानीय अधिकारियों से बात कर रहा है, ताकि एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर के भारतीयों को वापस लाया जा सके। भारत सरकार हर गतिविधि की करीब से निगरानी कर रही है। MEA ने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है और पल-पल घटनाक्रम बदल रहा है। भारतीय नागरिकों के लिए समय-समय पर एडवाइजरी जारी की जा रही है।
उन्हें वापस बुलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर्स जारी किए गए हैं और भारतीय नागरिकों को सहायता भी मुहैया कराई जा रही है। MEA ने कहा कि अभी भी वहाँ ऐसे भारतीय नागरिक हैं जो वापस आना चाहते हैं, उनसे हम संपर्क में हैं। अफगानिस्तान के सिख व हिन्दू समुदाय के प्रतिनिधियों से भी भारत सरकार संपर्क में है। अफगानिस्तान छोड़ कर भारत आने वालों के लिए केंद्र सरकार व्यवस्था करेगी।
केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि कई ऐसे कई अफगानी नागरिक भी हैं जो शिक्षा, जनसंपर्क और आपसी विकास को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों और भारत के साथ मिल कर काम कर रहे थे, इसीलिए भारत सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी। कमर्शियल ऑपरेशन बंद होने के कारण भारत का निकासी अभियान रुका हुआ है। भारत सरकार ने कहा है कि वो अपने नागरिकों के साथ-साथ अफगानिस्तान में अपने हितों की भी सुरक्षा करेगी।
एयर इंडिया भी फ़िलहाल अफगानिस्तान के एयरस्पेस को नज़रअंदाज़ कर के चल रहा है। इसीलिए, सोमवार को शिकागो-दिल्ली की फ्लाइट्स को UAE के ऊपर से ले जाया गया। काबुल एयरपोर्ट के अधिकारियों ने वहाँ के एयरस्पेस को नियंत्रण से बाहर बताया था। काबुल एयरपोर्ट पर फँसे हजारों लोग वहाँ से निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। तालिबान के शासन संभालने के बाद वहाँ से निकलने के लिए लोग बेचैन हैं।