भारतीय गैंगस्टर गोल्डी बरार के गिरोह के एक सदस्य ने कनाडा में एक भारतीय मूल के व्यवसायी के घर पर गोलीबारी की। इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक नकाबपोश व्यक्ति को आवास पर गोलीबारी करते देखा गया जा सकता है। कहा जा रहा है कि यह वीडियो तीन दिन पहले यानी 6 मार्च 2024 को रिकॉर्ड किया गया था।
हालाँकि, इस गैंग ने इस हमले की अभी जिम्मेवारी नहीं ली है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार ने ही 28 वर्षीय पंजाबी कलाकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या कराई थी। मूसेवाला की मई 2022 में पंजाब के मनसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
गोल्डी बरार भारत और कनाडा दोनों देशों में वांछित है। वह जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है। सूत्रों ने बताया कि गोल्डी बरार गिरोह और उसके प्रतिद्वंद्वी कनाडा में जबरन वसूली के लिए अक्सर गोलीबारी में शामिल रहते हैं। वह आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है और माना जाता है कि वह कनाडा के ब्रैम्पटन में रहता है।
जनवरी 2024 में उसे आतंकवादी के रूप में नामित करने के लिए भारत सरकार द्वारा गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम लागू किया था। गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि गोल्डी बरार हत्या, जबरन वसूली और धमकी भरे फोन कॉल करने सहित कई अपराधों से जुड़ा हुआ है।
उस पर भारत में बंदूकें और गोला-बारूद की तस्करी के लिए ड्रोन तैनात करने का भी आरोप लगाया गया है। इसके अलावा, उस पर लक्षित हत्याएँ (Target Kiling) को अंजाम देने का अंदेश है। वह इस तरह की हत्याओं के जरिए राष्ट्रीय शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश में लगा है, खासकर पंजाब में।
भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2024 को उसे आतंकी घोषित करने के बाद इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है। उसके खिलाफ 12 दिसंबर 2022 को गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। तब से दोनों देशों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहेब का रहने वाला है। साल 1994 में जन्मा गोल्डी कनाडा के ब्राम्पटन में रहकर भारत में अपना सिंडिकेट चलाता है। वो खालिस्तानी आतंकियों के साथ जुड़कर भारत विरोधी काम भी कर रहा है। इंटरपोल के अनुसार, 29 वर्षीय गोल्डी बराड़ हत्या, आपराधिक साजिश और अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल है। उसके खिलाफ पहले ही एक रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस कनाडा तक गई थी लेकिन उसे पकड़ा नहीं जा सका है।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही गैंगस्टर लखबीर सिंह लांडा को भी गृह मंत्रालय ने आतंकी घोषित किया था। उसका भी लिंक बब्बर खालसा इंटरनेशनल से हैं। गोल्डी बराड़ का भी उससे लिंक है। वो पाकिस्तान में रहने वाले आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के साथ काम करता है। लांडा पर तरनतारन जिले के पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमले का मास्टरमाइंड होने का आरोप है।