रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते कई पश्चिमी देशों ने रूस में शराब की बिक्री रोक दी। इससे वहाँ की 70 हजार से अधिक दुकानों और करीब 20 हजार बार की बिक्री प्रभावित हुई। अब हालाँकि रूस के लोगों के लिए अच्छी खबर है। अब, भारतीय कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स रूस में अपनी शराब बेचेगी।
दरअसल, भारतीय कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स (ABD) ने मंगलवार (28 फरवरी 2023) को ऐलान किया है कि रूस की वोदका बनाने वाली कंपनी अल्कोहल साइबेरियन ग्रुप (एएसजी) एबीडी के दो ब्रांड बेचेगी। रिपोर्ट्स में रूसी अखबार कोमर्सेंट के हवाले से कहा जा रहा है कि पश्चिमी देशों के ब्रांड द्वारा सप्लाई बंद करने के बाद खाली हुए बाजार को भारतीय कंपनी टारगेट करने जा रही है। बड़ी बात यह है कि एबीडी ने अब से पहले कभी भी रूस में शराब नहीं बेची है हालाँकि यह 20 से अधिक देशों को शराब निर्यात करती है।
भारतीय कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स ने फरवरी में अपनी शराब रूस में भेजना शुरू किया था। एबीडी और रूसी कंपनी अल्कोहल साइबेरियन ग्रुप के बीच शराब बिक्री को लेकर 2 साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत रूसी कंपनी अक्टूबर 2025 तक भारतीय कंपनी की शराब बेचेगी। हालाँकि शराब कितनी बेची जानी है, इसको लेकर दोनों कंपनियों ने डील को सार्वजनिक नहीं किया है।
भारतीय कंपनी एलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स दुनिया की तीसरी सबसे लोकप्रिय व्हिस्की, ‘ऑफिसर्स चॉइस’ का उत्पादन करती है। कहा जा रहा है कि रूस में स्कॉच माल्ट और इंडियन ग्रेन स्पिरिट से बनी ऑफिसर्स च्वाइस ब्लू व्हिस्की की 0.75 लीटर की बोतल की कीमत 1,000 से 1,200 रूबल (1000-1320 रुपए) के बीच होगी। वहीं, स्टर्लिंग रिजर्व प्रीमियम ब्लेंड की कीमत प्रति बोतल 1,100 से 1,500 रूबल (1100-1650 रुपए) के बीच होगी।
बता दें कि इंग्लैंड समेत अन्य पश्चिमी देशों द्वारा शराब की सप्लाई बंद करने के बाद बोतलबंद व्हिस्की का साल 2022 में आयात आधा रह गया था। जॉनी वॉकर, जैक डेनियल, बुशमिल्स, जिम बीम और व्हाइट हॉर्स सहित कुछ ब्रांडों को सप्लाई की अनुमति थी। इससे कुछ हद तक मार्केट में शराब उतरी थी। NielsenIQ के आँकड़ों के अनुसार, साल 2022 के पहले नौ महीनों में 36 नए स्थानीय व्हिस्की ब्रांड रूस के बाजार में दिखाई दिए।