ईरान में हिजाब न पहनने पर दो माँ-बेटी को गिरफ्तार किए जाने की खबर है। वीडियो सामने आई है जिसमें दोनों महिला बिन सिर ढके एक दुकान में घुसीं और एक व्यक्ति ने गुस्से में उनसे बहसबाजी के बाद उनके सिर पर दही उड़ेल दी।
बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद ईरान में लड़कियों को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं दही उड़ेलने वाले आदमी को भी सड़क पर बदसलूकी करने के लिए पकड़ा गया है। कथिततौर पर इस घटना के बाद ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने कहा कि ईरान में हिजाब कानून है और इसका पालन करना अनिवार्य है।
इसके अलावा ईरानी मुख्य न्यायाधीश गोलेमहोसिन मोहसेनी एजे ने कहा है कि जितना अधिक महिलाएँ ईरान में अनिवार्य ड्रेस कोड की को नहीं मानेंगी उन पर सख्त कानूनी की जाएगी। उन्होंने कहा जो औरतें मुल्क में बगैर हिजाब के सार्वजनिक जगहों पर दिखाई देंगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ बगैर किस रहम के मुकदमा चलाया जाएगा।
The IRGC and Basij thugs attack women not wearing hijab properly. Yogurt on head. Show them this video, if you’re asked why Iranians are having this Revolution.#MahsaAmini@VOAfarsi @ManotoNews @indypersian @CNN @ABC @NBCNews @NPR @CBSNews @CBCNews pic.twitter.com/HzYDa5Qvle
— 👑كهكشان👑 (@kvahdat) March 31, 2023
बता दें कि ईरान में चले लंबे हिजाब विरोधी प्रदर्शन के बाद यह घटना सामने आई है। फुटेज में दिखाई पड़ रहा है कि कैसे दोVAX महिलाएँ बिन हिजाब के सिर ढके दुकान में कुछ लेने आती हैं लेकिन वहीं रास्ते से गुजरता शख्स उन्हें कुछ बोलने लगता है। थोड़ी ही देर में बहस करके करते वो दही उठाकर लड़कियों के सिर पर डाल देता है।
President Ebrahim Raisi says hijab is the law in #Iran as unveiled #women face ‘yogurt attack’. Citizens are encouraged to confront women who are unveiled. https://t.co/1EReoiA9ij #IranCrisis #WomenProtests
— Carles Dijous (AAlb) (@carlesdijous) April 1, 2023
उल्लेखनीय है कि ईरान में लड़कियों का हिजाब पहनना अनिवार्य है। पिछले साल ऐसे ही जरा सा सिर दिखाई पड़ने पर एक युवती को मोरल पुलिस द्वारा पीट-पीटकर अधमरा किए जाने के बाद उसकी मौत अस्पताल में हो गई थी। 22 साल की लड़की का नाम महसा अमिथनी था। अमिनी की मौत के बाद ईरान समेत पूरे विश्व हिजाब विरोधी प्रदर्शन हुए। हजारों को इस दौरान पकड़ा गया और चार प्रदर्शनकारियों को मौत की सजा भी हुई।