Monday, December 23, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयNo2Hijab: ईरान में हिजाब से आजादी के लिए मुस्लिम औरतों की क्रांति, सोशल मीडिया...

No2Hijab: ईरान में हिजाब से आजादी के लिए मुस्लिम औरतों की क्रांति, सोशल मीडिया में चेहरा दिखाकर Video/फोटो शेयर कर रहीं

"ईरानी महिलाएँ अपना हिजाब हटाकर देश की सड़कों पर No2Hijab कहकर ईरान की सरकार को झुका देंगी।"

ईरान की औरतें हिजाब से आजादी चाहती हैं। वे हिजाब कानून के विरोध में सोशल मीडिया में तस्वीरें शेयर कर रही हैं, जिनमें उनका चेहरा दिखाई देता है। ईरान के रूढ़िवादी कानून के मुताबिक सार्व​जनिक तौर पर महिलाओं के लिए अपना बाल ढंकना अनिवार्य है।

ईरान की महिलाएँ (Iranian Women) सख्त नियमों के विरोध में हिजाब उतारते हुए खुद की तस्वीरें और वीडियो साझा कर रही हैं। कई महिलाएँ हिजाब निकालकर हवा में लहराती हुई दिख रही हैं। इस विरोध-प्रदर्शन की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

ईरान के अधिकारियों ने 12 जुलाई को ‘हिजाब और शुद्धता दिवस’ ​​(Hijab and Chastity Day) के रूप में घोषित किया था। इसका तहत कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को हिजाब कानून का पालन करने का संदेश दिया गया। लेहकन इस दिन भी ईरान में महिलाएँ हिजाब उतारकर विरोध कर करती दिखाई दीं। कुछ पुरुष भी इस प्रदर्शन में उनका साथ देते हुए नजर आए।

सोशल मीडिया पर महिलाओं ने कई वीडियो शेयर किए हैं। इसमें महिला खुले बालों में दिखाई दे रही हैं। सार्वजनिक जगहों पर वे हिजाब को उड़ाते हुए नजर आ रही हैं। इस दौरान कुछ कट्टरपंथी मुस्लिम उनका विरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके बावजूद वह डरी नहीं और उनका डटकर सामना करती हुई नजर आ रही हैं।

ईरानी-अमेरिकी पत्रकार और महिला अधिकार कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद इस कानून के खिलाफ हमेशा से मुखर रही हैं। वह सालों से इस प्रथा का विरोध करती आ रही हैं और इसे बदलने के लिए महिलाओं के साथ खड़ी हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “ईरानी महिलाएँ अपना हिजाब हटाकर देश की सड़कों पर No2Hijab कहकर ईरान की सरकार को झुका देंगी। इसे महिला क्रांति कहा जाता है। ईरान में Walking Unveiled अपराध है। ईरानी पुरुष भी हमारे साथ आएँगे।”

उल्लेखनीय है कि ईरान में 1979 की क्रांति के बाद से लागू इस्लामिक लॉ के तहत हिजाब पहनना अनिवार्य है। ईरान के कट्टरपंथी इसके विरोध को इस्लामिक रिपब्लिक के खिलाफ पश्चिम की ‘सॉफ्ट वॉर’ मानते हैं। यदि कोई महिला हिजाब नहीं पहनती तो उसे जुर्माने से लेकर कारावास तक की सजा हो सकती है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

संभल में जहाँ मिली 3 मंजिला बावड़ी, वह कभी हिंदू बहुल इलाका था: रानी की पोती आई सामने, बताया- हमारा बचपन यहीं बीता, बदायूँ...

संभल में रानी की बावड़ी की खुदाई जारी है। इसे बिलारी के राजा के नाना ने बनवाया था। राजकुमारी शिप्रा ने बताया यहाँ की कहानी।

अब इस्लामी कानून से ब्रिटेन को हाँक रहे मुस्लिम, चल रहे 85 शरिया कोर्ट: 4 बीवी की रवायत को बढ़ावा, ग्रूमिंग गैंग के आतंक...

इंग्लैंड में वर्तमान में 85 ऐसी शरिया अदालतें चल रही हैं। मुस्लिमों के मसलों से निपटने के लिए बनाई गई यह शरिया अदालतें पूरे इंग्लैंड में फैली हुई हैं।
- विज्ञापन -