Friday, November 15, 2024
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दंगाइयों का समर्थन करता है BBC, अब कट्टरपंथी मुस्लिम भीड़ ने ऑफिस कर दिया गंदा: लंदन से लेकर अमेरिका तक हमास आतंकियों के समर्थन में उपद्रव

हज़ारों फ़िलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी अमेरिका की राजधानी में एकत्र होकर "फ़्री फ़िलिस्तीन" के नारे लगाते हुए व्हाइट हाउस के पास से मार्च निकाला क्योंकि इज़राइल और हमास आतंकियों के बीच संघर्ष में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

हमास द्वारा इजरायल पर आतंकी हमला और अब इजरायल के जवाबी कार्रवाई के बीच दुनियाभर के कई देशों में हमास और फिलिस्तीन के समर्थन की बाढ़ आ गई है। कई मुस्लिम देश और विदेशों में बसे फिलिस्तीन समर्थक गाजा पर इजरायल के हमले को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच लंदन और अमेरिका में भी फिलिस्तीन के समर्थन में हजारों की मुस्लिम भीड़ द्वारा मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। 

लंदन की सड़कों पर प्रदर्शन

पहले बात करते हैं लंदन की, जहाँ सेंट्रल लंदन की सड़कों पर शनिवार (14 अक्टूबर, 2023) को हजारों की भीड़ उतरती है और फिलिस्तीन एवं हमास के समर्थन में नारेबाजी करती है। भीड़ यह माँग करती है कि गाजा और हमास आतंकियों पर इजरायल द्वारा की जा रही जवाबी कार्रवाई तत्काल रोक दी जाए। 

फिलिस्तीन का झंडा और “फ्री फिलिस्तीन” की तख्ती उठाए ये भीड़ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के विरोध में भी नारेबाजी करती रही क्योंकि ब्रिटेन द्वारा इजरायल का समर्थन करने से ये भड़के हुए हैं। गाजा पर इजरायल द्वारा की जा रही जवाबी कार्रवाई से तिलमिलाई ये भीड़ इस बात पर जोर देती रही कि गाजा में कुछ भी ठीक नहीं है, वहाँ इजरायल द्वारा हमला तत्काल प्रभाव से रोक देना चाहिए। 

इग्लैंड में हिन्दुओं पर हुए हमले में भी मुस्लिमों का पक्ष लेने वाला बीबीसी इजरायल और हमास मामले में बेबस नजर आ रहा है। यदि खुलकर हमास का समर्थन करता है तो ब्रिटेन की नीति के ही खिलाफ होगा। वहीं हमास आतंकियों का खुलकर समर्थन न करने की वजह से इस बार मुस्लिम समूह भड़के हुए हैं, विरोध स्वरुप हमास के समर्थन में प्रदर्शन करती मुस्लिम भीड़ ने बीबीसी के दफ्तर के गेट को भी लाल पेंट छिड़कर गन्दा कर दिया। 

अमेरिका में भी “फ्री फिलिस्तीन” की माँग

वहीं दूसरी ओर हज़ारों फ़िलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी अमेरिका की राजधानी में एकत्र होकर “फ़्री फ़िलिस्तीन” के नारे लगाते हुए व्हाइट हाउस के पास से मार्च निकाला क्योंकि इज़राइल और गाजा के आतंकवादियों के बीच संघर्ष में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

बता दें कि अमेरिका में इस सप्ताह इजरायल समर्थक और फिलिस्तीन समर्थक दोनों ने मार्च निकाला है। हमास के आतंकवादियों ने जहाँ इजरायल में घुसकर 1,300 से अधिक लोगों की हत्या कर दी, जिनमें से अधिकांश आम नागरिक थे, साथ ही 150 अन्य लोगों का अपहरण भी कर लिया। वहीं हमास के अधिकारियों का कहना है कि जवाब में गाजा पट्टी पर इज़राइल की बमबारी में 2,200 से अधिक लोग मारे गए हैं।

अमेरिका में हमास और फिलिस्तीन के समर्थन में मार्च करने वाले प्रदर्शनकारी हाथों में “कब्जा ख़त्म करो” और “अभी संघर्ष विराम करो” जैसे सन्देश लिए हुए थे। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, देश के दूसरी ओर, 1,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने लॉस एंजिल्स में भी मार्च किया।

कुलमिलाकर, पूरी दुनिया में जहाँ इजरायल को समर्थन मिल रहा है वहीं हमास जैसे आतंकी समूह और फिलिस्तीन का समर्थन करने वालों की भी कमी नहीं है।

गौरतलब है कि एक बड़ी संख्या में मुस्लिम देश इजरायल में हुए कत्लेआम का जहाँ जश्न मना रहे थे वहीं अब इजरायल के गाजा में जवाबी कार्रवाई से तिलमिलाए हुए हैं और जल्द से जल्द युद्ध विराम की अपील करते नजर आ रहे हैं। लेकिन इजरायल अभी शांत बैठने के मूड में नहीं दिखाई दे रहा है। इजरायल ने अभी गाजा में जमीनी हमले की पूरी तैयारी कर ली है। अब ऐसे में यह देखना होगा कि आगे आने वाले समय में मुस्लिम देशों सहित समास और फिलिस्तीन समर्थकों की कैसी प्रतिक्रिया सामने आती है। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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