पाकिस्तान में एक बार फिर से एक हिंदू लड़की के अपहरण और जबरन धर्मांतरण करवाए जाने की खबर है। मामला कराची के शाहदाबकोट टाउन का है। वहाँ समीर अली नाम के मुस्लिम युवक ने 15 साल की हिंदू लड़की का अपहरण किया, फिर उसे इस्लाम कबूल करवाया और फिर उससे निकाह कर लिया।
अब इस मामले में पाकिस्तान के ईसाई एक्टिविस्ट फराज परवेज ने आवाज उठाई है। उन्होंने ये मामला दुनिया के सामने रखते हुए बताया कि लड़की का नाम संगीता है और उसे मुस्लिम लड़के ने जबरन इस्लाम कबूल करवाया है।
Pakistan:A 16-year-old #Hindu girl from Karachi was kidnapped, forcibly converted to #Islam, and married off to her abductor's #Muslim youth. This is not an isolated incident in Sindh, where Hindu girls are frequently targeted for forced marriages and conversions.
— Faraz Pervaiz (@FarazPervaiz3) June 13, 2024
It's time for… pic.twitter.com/YUqqDwycSe
अब लड़की का नाम हामिदा रख दिया गया है। वो अभी सिर्फ 15 साल की है लेकिन समीर अली उसके डॉक्यूमेंट्स से छेड़छाड़ करते हुए उसे 19 साल का दिखाने की कोशिश कर रहा है। उसने निकाह से पहले एक हलफनामा दिया जिसमें लिखा था कि लड़की बालिग है वहीं परवेज द्वारा दिखाए जा रहे डॉक्टयूमेंट साफ कहते हैं कि लड़की अभी 19 की नहीं है।
इसी तरह परवेज ने बताया है कि हलफनामे में लड़की की रजामंदी भी लिखाई गई है। हलफनामे के अनुसार- “मेरा किसी ने अपहरण नहीं किया है और ये हलफनामा मैं पूरे होश में दे रही हूँ बिन किसी दबाव, प्रेशर या प्रभाव के। मैं समीर अली से निकाह करने जा रही हूँ और ये मेरा निजी निर्णय है। किसी ने मुझपर कोई दबाव नहीं बनाया।”
इसके अलावा हलफनामे में ये भी लिखाया गया है कि अगर किसी ने समीर अली के खिलाफ शिकायत दी तो वो पूरी तरह से फर्जी होगी।
बता दें कि पहली दफा नहीं है हिंदू लड़कियाँ पाकिस्तान में मुस्लिमों द्वारा किडनैप की जा रही हों। 2 जून को ही 14 साल की लड़की का किडनैप हुआ था। बाद में उसे इस्लाम कबूल करवा दिया गया था और पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मुस्लिम युवक से उसकी शादी करवा दी गई थी। लड़की का नाम सोहाना शर्मा था। वह बेनजीराबाद जिले के रहने वाले थे।
लड़की का अपहरण उसके ट्यूशन टीचर ने उसकी माँ के सामने किया था। जब पिता ने इसकी शिकायत कराई तो एक वीडियो सामने आई जिसमें लड़की से बुलवाया गया था कि उसने इस्लाम कबूल कर लिया है और उसका मुस्लिम व्यक्ति से निकाह हो गया है।
घरवालों ने फिर भी आपत्ति जताई तो करीबन 5 दिन बाद उसे कोर्ट में लाया गया। वहाँ लड़की ने बताया कि उसके साथ सब जबरन हुआ था और वो अपने पिता के साथ रहना चाहती है। बावजूद इसके कोर्ट ने उसे उसके पिता के साथ नहीं भेजा।