भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी डोमिनिका में विपक्षी नेताओं को चंदे के जरिए प्रभावित करने की कोशिशों में लगा हुआ है। कैरेबियाई मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल चोकसी के भाई चेतन चीनूभाई चोकसी ने डोमिनिका में विपक्ष के नेता लेनॉक्स लिंटन के साथ दो घंटे तक मुलाकात की।
डोमिनिकन मीडिया आउटलेट एसोसिएट्स टाइम्स ने बताया कि चेतन चोकसी ने लिंटन को 2,00,000 डॉलर की टोकन मनी दी है और साथ ही आगामी आम चुनावों में उन्हें एक मिलियन डॉलर से अधिक की वित्तीय सहायता देने का वादा किया है।
अपहरण की कहानी के बदले चोकसी का विपक्ष को पैसे का वादा
इस रिपोर्ट के मुताबिक, मेहुल चोकसी के छोटे भाई चेतन चीनूभाई चोकसी ने डोमिनिकन विपक्षी नेता के साथ एक समझौता किया और अपहरण की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए चुनावी फंडिंग का वादा किया। पता चला कि चोकसी के चचेरे भाई ने बातचीत के दौरान खुलासा किया कि चोकसी अपने दम पर डोमिनिका पहुँचा है, लेकिन उसे अदालत में डोमिनिका सरकार के खिलाफ मामले से निपटने और यह विश्वास दिलाने के लिए कि उसे एंटीगुआ और भारतीय पुलिस द्वारा अगुवा किया गया, के लिए विपक्ष की मदद की आवश्यकता है।
चोकसी का मामला डोमिनिका के हाई कोर्ट के समक्ष बुधवार (2 जून) सुनवाई के लिए आएगा। सीबीआई डीआईजी के नेतृत्व में कई-एजेंसी के अधिकारियों की एक टीम चोकसी को वापस लाने के लिए डोमिनिका गई है। ऐसे में यदि कैरेबियाई द्वीप देश भारत को चोकसी के निर्वासन की अनुमति देता है तो उसके भारत लाने का रास्ता साफ हो जाएगा।
चोकसी, 23 मई को एंटीगुआ और बारबूडा से रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था, जहाँ वह 2018 से एक नागरिक के रूप में रह रहा है। चोकसी को डोमिनका में अवैध प्रवेश के लिए हिरासत में लिया गया था, जहाँ वह कथित तौर पर अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने गया था।
चोकसी के वकीलों ने आरोप लगाया था कि एंटीगुआ और भारतीय जैसे दिखने वाले पुलिसकर्मियों ने उनका एंटीगुआ के जॉली हार्बर से अपहरण कर लिया और एक नाव पर डोमिनिका ले गए।
डोमिनिकन विपक्षी नेता ने उठाए चोकसी की गिरफ्तारी पर सवाल
चोकसी की गिरफ्तारी और निर्वासन के परिणामस्वरूप डोमिनिका में राजनीतिक द्वंद्व छिड़ गया और डोमिनिका के विपक्षी नेता लिंटन ने इसे लेकर प्रधान मंत्री रूजवेल्ट स्केरिट पर निशाना साधा। लिंटन ने कहा कि पीएम को इसका जवाब देना चाहिए कि डोमिनिकन अधिकारी इसमें शामिल क्यों हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि चोकसी का एंटीगुआ में अपहरण कर लिया गया था, पीटा गया और डोमिनिका ले जाया गया, जो इशारा करता है कि इस संगठित अपराध में प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्केरिट के निर्देश में सरकारी विभाग शामिल हैं। हालाँकि, लिंटन ने स्पष्ट किया कि उन्हें भारत सरकार के “मुकदमा चलाने के पूर्ण अधिकार” के साथ कोई समस्या नहीं है।
इससे पहले लिंटन ने चोकसी के अपहरण में शामिल होने का आरोप लगाते हुए एंटीगुआ के प्रधान मंत्री गैस्टन ब्राउन को निशाना बनाया था। ब्राउन ने कहा था, ”भले ही चोकसी की नागरिकता अस्थिर थी, हमने एक नागरिक के रूप में उनके कानूनी और संवैधानिक अधिकारों का सम्मान किया, और हमने उन अधिकारों को कम करने के लिए कुछ नहीं किया, जबकि वह एंटीगुआ और बारबूडा की धरती पर थे।”
मेहुल चोकसी मामले के लिए भारतीय अधिकारी डोमिनिका पहुँचे
उधर मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए भारत से आठ सदस्यीय टीम डोमिनिका में है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस टीम में विदेश मंत्रालय, सीबीआई, ईडी और सीआरपीएफ से दो-दो लोग शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि यह टीम शनिवार को ही (29 मई 2021) को ही एक प्राइवेट जेट से डोमिनिका पहुँच गई थी। इसी विमान से चोकसी को लाए जाने की संभावना जताई जा रही है। इस टीम में आईपीएस अधिकारी शारदा राउत भी शामिल हैं। 2005 बैच की अधिकारी राउत बैकिंग फ्रॉड मामलों में सीबीआई की अगुआ हैं। उनके ही देखरेख में पीएनबी घोटाले की जाँच हुई थी।
इससे पहले एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने एक स्थानीय रेडियो स्टेशन के साथ साक्षात्कार में पुष्टि की कि भारत सरकार ने अदालती दस्तावेजों के साथ एक जेट भेजा है। ये दस्तावेज चोकसी के भगोड़ा होने से संबंधित हैं। चोकसी से संबंधित दस्तावेज बुधवार (02 जून) को डोमिनिका अदालत में पेश किए जाएँगे।