पाकिस्तान के चारसड्डा जिले में रविवार (28 नवंबर 2021) रात को मुस्लिमों की भीड़ ने एक पुलिस थाने और चार चौकियों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही 30 से अधिक कारों में आग लगा दी। इस घटना को 5,000 हजार लोगों की भीड़ ने अंजाम दिया था। अधिकारियों ने बताया कि मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति पर कुरान का अपमान करने का आरोप है। मुस्लिमों की भीड़ पुलिस से ईशनिंदा के आरोपित को सौंपने की माँग कर रही थी, जब उन्होंने उसे नहीं सौंपा तो उन्होंने पुलिस थाने और चौकियों में आग लगा दी। सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी पत्रकार ने यह वीडियो शेयर किया है। वीडियो में आप पुलिस थाने को जलता हुए देख सकते हैं।
Violent mob set on fire a police station in Charsadda district after the police refused to hand over a man arrested over blasphemy for allegedly desecrating the Quran. pic.twitter.com/4IYhBMoovr
— Naila Inayat (@nailainayat) November 28, 2021
स्थानीय अधिकारी आसिफ खान ने बताया कि हमले में कोई अधिकारी हताहत नहीं हुआ है। हमले के कारण पुलिस को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक जिले चारसड्डा में व्यवस्था बहाल करने के लिए सैनिकों को बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने भीड़ द्वारा बंदी को पीटने का का प्रयास विफल कर दिया। पुलिस उसे दूसरे जिले में ले गई है।
खान ने आगे बताया कि संदिग्ध को एक दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने उस व्यक्ति का नाम जाहिर नहीं किया है, क्योंकि अधिकारी अभी इस मामले की जाँच कर रहे हैं। अधिकारियों ने शुरू में इनका विरोध किया, लेकिन पुलिस थाने पर हजारों प्रदर्शनकारियों के हमला करने के बाद वे वहाँ से भाग गए। अधिकारी ने बताया कि चारसड्डा में सोमवार (29 नवंबर 2021) को स्थिति सामान्य रही।
बता दें कि पिछले महीने पाकिस्तान के चारसड्डा जिले से मलंग जान नाम के विकलांग व्यक्ति को मामूली विवाद के बाद मुस्लिम भीड़ द्वारा जलाकर मार देने की घटना सामने आई थी। व्हीलचेयर वाले व्यक्ति (मलंग) को जिंदा जलाने के आरोप में पुलिस ने करीब 13-14 लोगों को गिरफ्तार किया था। रिपोर्ट में बताया गया था कि मलंग जान को कट्टरपंथियों की भीड़ ने इसलिए जिंदा जला दिया था, क्योंकि उस पर बकरी की कथित चोरी को लेकर एक लड़के की हत्या करने का संदेह था।