Sunday, December 22, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयजिस 'पीनट' के 537000 फॉलोअर्स, उसे अमेरिकी अधिकारियों ने मार डाला: राष्ट्रपति चुनाव का...

जिस ‘पीनट’ के 537000 फॉलोअर्स, उसे अमेरिकी अधिकारियों ने मार डाला: राष्ट्रपति चुनाव का बना मुद्दा, मस्क ने दिया नारा – ट्रंप आएँगे गिलहरियों को बचाएँगे

इस गिलहरी को मार दिया जाना अब राष्ट्रपति चुनाव में भी मुद्दा बन गया है। राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने इस मुद्दे को लेकर एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया है। उनके साथ ही एलन मस्क ने भी इस मामले में पोस्ट किया है।

एक गिलहरी की मौत अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में बड़ा मुद्दा बन गई है। गिलहरी को एक पशुप्रेमी ने रेस्क्यू किया था और अपने घर में रखता था। गिलहरी का नाम पीनट था और वह सोशल मीडिया पर भी काफी पॉपुलर थी। गिलहरी को घर से पकड़ कर न्यूयॉर्क शहर के अधिकारियों ने मौत की नींद सुला दी।

जानकारी के अनुसार, मार्क लोंगो नाम के एक आदमी द्वारा बचाई गई इस जंगली गिलहरी को न्यूयॉर्क शहर के पर्यावरण संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने लोंगो के घर से पकड़ लिया। उन्होंने इसी के साथ एक रकून को भी पकड़ लिया और अपने साथ लेकर चले गए। यह कार्रवाई 30 अक्टूबर, 2024 को हुई।

न्यूयॉर्क सिटी के अधिकारियों ने इसके बाद इन दोनों जानवरों को मेडिकल तरीके से जहर दे दिया और उनकी मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि गिलहरी ने उनमें से एक के काट लिया था और मारने की कार्रवाई इसके बाद रेबीज चेक करने के लिए की गई।

बताया गया कि यह कार्रवाई एक महिला की शिकायत के बाद की गई। मार्क लोंगो के खिलाफ शिकायत के बाद एक जज ने सर्च वारंट जारी किया और फिर न्यू यॉर्क के अधिकारियों ने उनके घर पाँच घंटे तक तलाशी ली और गिलहरी तथा रकून को पकड़ कर अपने साथ ले गए।

इसके बाद उन्हें मौत की नींद सुला दी गई। गौरतलब है कि न्यू यॉर्क शहर में जंगली जानवर घर में नहीं रखे जा सकते, भले ही वह कितने भी छोटे क्यों ना हों। मार्क लोंगो ने यह भी आरोप लगाया कि उनके साथ आतंकियों ऐसा बर्ताव किया गया।

जबरदस्ती मार दी गई इस गिलहरी को मार्क लोंगो ने 7 साल पहले बचाया था और इसके वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार साझा करते थे। इन वीडियो को हजारों लोग पसंद करते थे। पीनट के सोशल मीडिया पर 5 लाख से अधिक फॉलोवर थे। गिलहरी की मौत के बाद उसके फैन्स में काफी गुस्सा है। लोग अब इस कानून में बदलाव की माँग कर रहे हैं।

इस गिलहरी को मार दिया जाना अब अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में भी मुद्दा बन गया है। राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने इस मुद्दे को लेकर एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया है। उनके साथ ही एलन मस्क ने भी इस मामले में पोस्ट किया है।

ट्रम्प जूनियर ने पोस्ट किया, “अब समय आ गया है कि हम ऐसी सरकार को वोट देकर बाहर करें जो एक पालतू गिलहरी को मार देती है लेकिन 600,000 अपराधियों, 13,000 हत्यारों और 16,000 बलात्कारियों को जानबूझकर अपने देश में आने की अनुमति देती है। शायद पीनट्स की हत्या बदलाव के प्रति हमारी जागरूकता को बढ़ाएगी।”

वहीं एलन मस्क ने लिखा, “सरकार को आपके घर में घुसकर आपके पालतू जानवर को मारने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। यह गलत है। भले ही पालतू गिलहरी रखना गैरकानूनी हो (जो कि नहीं होना चाहिए), फिर भी PNut को जंगल में छोड़ने के बजाय उसे क्यों मारा गया!?”

अमेरिकी चुनावों के लिए मंगलवार (5 नवम्बर, 2024) को वोटिंग होनी है। चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस आमने सामने हैं। इस लड़ाई में ट्रम्प को आगे माना जा रहा है। अमेरिका को जनवरी, 2025 में नया राष्ट्रपति मिल जाएगा। गिलहरी पीनट की मौत इस पर कितना असर डालती है, देखने वाला होगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस कॉपर प्लांट को बंद करवाने के लिए विदेशों से आया पैसा, अब उसे शुरू करने के लिए तमिलनाडु में लोग कर रहे प्रदर्शन:...

स्टरलाइट कॉपर प्लांट के बंद होने से 1,500 प्रत्यक्ष और 40,000 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ चली गईं। इससे न केवल स्थानीय लोगों पर असर पड़ा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा प्रभाव हुआ।

‘गृहयुद्ध छेड़ना चाहते हैं राहुल गाँधी’: कॉन्ग्रेस नेता को 7 जनवरी को बरेली की कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, सरकार बनने पर जाति...

राहुल गाँधी ने अपनी पार्टी का प्रचार करते हुए कहा था कि यदि कॉन्ग्रेस केंद्र में सरकार बनाती है, तो वह वित्तीय और संस्थागत सर्वेक्षण करेगी।
- विज्ञापन -