केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार (7 फरवरी 2022) को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) पर शिकंजा कसने की जिम्मेदारी दी। एनआईए ने दाऊद इब्राहिम, डी कंपनी और उससे जुड़े गुर्गों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पहली बार है, जब आतंक पर जाँच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए बड़े स्तर पर लगाया गया है, क्योंकि अभी तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दाऊद से जुड़े मामलों की जाँच कर रही थी।
केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले के तहत अब NIA विदेश में जाकर उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, D कंपनी और दाऊद इब्राहिम भारत में टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और फेक करेंसी (FICN) का बिजनेस कर आतंक फैलाने का काम कर रहा है।
इसके अलावा दाऊद लश्कर ए तैयबा (LeT), जैश ए मोहम्मद (JeM) और अल कायदा के जरिए भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रही है। वहीं, एनआईए के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि एफआईआर में दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के नामों का उल्लेख किया गया है।