पाकिस्तान के बलूचिस्तान में 29 सितम्बर 2023 को मस्तुंग शहर में रबीउल अव्वल के जलसे के दौरान हुए विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है। दरअसल, आत्मघाती हमलावर ने भीड़ में खुद को उड़ा लिया था। बीते कुछ महीनों में पाकिस्तान में यह दूसरा बड़ा हमला है। इससे पहले जनवरी में पेशावर में हुए आत्मघाती हमले में 84 लोग मारे गए थे।
पाकिस्तान द्वारा पाले गए आतंकियों के भस्मासुर बन जाने पर अब पाकिस्तान सरकार ने इसका दोष भारत पर मढ़ना शुरू कर दिया। वहाँ की कार्यवाहक सरकार में मंत्री सरफराज बुगती ने भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW) पर आरोप लगाते हुए कहा, “इस धमाके के पीछे रॉ है। हम एक देश के तौर पर सभी आतंकियों को खत्म करेंगे।”
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने भी छिपे शब्दों में बुगती वाले आरोप दोहराए। मुनीर ने कहा कि मस्तुंग में धमाका करने वाले पाकिस्तान और यहाँ के लोगों के दुश्मनों के भाड़े के लड़ाका थे। आसिम मुनीर इस दौरान बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में घायलों का हालचाल लेने पहुँचे थे।
यह कुछ-कुछ वैसा ही है जैसे बीते दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जून में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारतीय एजेंसियों पर लगाया था। भारत ने इसे नकारते हुए इसके ठोस सबूत सामने रखने को कहा था। हालाँकि, जस्टिन ट्रूडो ऐसा नहीं कर सके।
हालाँकि, बलूचिस्तान में होने वाले अधिकांश हमलों के पीछे बलोच लड़ाका समूहों का हाथ होता है। बलूचिस्तान की आजादी से चिढ़ी पाकिस्तानी सेना ना सिर्फ बलूच समूहों, बल्कि निर्दोष महिलाओं एवं बच्चों का भी दमन करती रहती है। यही कारण है कि ये समूह पाक सेना, सार्वजनिक स्थानों और चीनी नागरिकों पर भी हमले करते रहते हैं।
पाकिस्तान के समाचार पत्र डॉन के अनुसार, मस्तुंग में हुए धमाके में हमलावर मस्जिद के पास हो रहे जलसे में सुरक्षा के लिए लगी पुलिस की गाड़ी के पास पहुँच गया था, उसने वहीं पर खुद को उड़ा लिया, जिससे उस डीएसपी की भी मृत्यु हो गई जो उस गाड़ी में था।
पाकिस्तान के मंत्री भले ही इस आतंकी हमले का आरोप भारत पर लगाकर अपनी नाकामी छुपाने का प्रयास किया हो, लेकिन वह इस संबंध में कोई भी सबूत सामने नहीं रख पाए। भारत लम्बे समय से पाकिस्तान के इन आरोपों का खंडन करता आया है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तून्ख्वाह राज्य में 29 सितम्बर को ही एक अन्य धमाके में पाँच लोगों की मौत हो गई थी। यह धमाका एक पुलिस थाने की मस्जिद को निशाना बनाकर किया गया था।
वर्तमान में पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति काफी बिगड़ी हुई है, बीते 24 घंटे में ही पाकिस्तान के प्रांत पंजाब के मियांवाली में भी एक आतंकी हमला हुआ, जिसमें एक पुलिसकर्मी मारा गया। इसके अतिरिक्त एक दिन पहले अफगानिस्तान सीमा से सटे झोब इलाके में हुए एक हमले में 4 सैनिक मारे गए थे।