कोरोना महामारी के संकट में जब दुनिया भर के देशों में सरकारें अपने नागरिकों से घरों में रहने का आग्रह कर रहीं है, तब पाकिस्तान में सरकार के इशारे पर हिंदुओं की बस्ती उजाड़ दी गई। बहावलपुर में इमरान सरकार के मंत्री के नेतृत्व में हिंदुओं के घर जमीदोंज कर दिए गए।
पाकिस्तान के गृह मंत्री तारिक बशीर चीमा की निगरानी में चिलचिलाती गर्मी में अल्पसंख्यक हिंदुओं के घरों को बुलडोजर से गिरवा दिया गया। बता दें कि तारिक बशीर चीमा, पाक पीएम इमरान खान के कैबिनेट के सदस्य भी हैं। इस दौरान चीमा के साथ पाकिस्तान के प्रधान सूचना अधिकारी शाहिद खोखर भी मौजूद थे।
On 20th May, houses of #Christians and #Hindus were demolished in Bahawalpur, #Pakistan
— Voice of Pakistan Minority (@voice_minority) May 24, 2020
Minorities were beaten and harassed. The perpetrators are influential people who have govt. support.@Mukesh_Meghwar @Asma_Jahangir @AWGoraya @KenRoth @petervdalen pic.twitter.com/6GdCE5eiJR
चिलचिलाती धूप में अल्पसंख्यक हिंदुओं के परिवारों के महिला पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग चिल्लाते और दया की याचना करते रहे, लेकिन इमरान सरकार के मंत्रियों का उनके प्रति दिल नहीं पसीजा और इन सभी परिवारों के सामने ही उनका घर चंद मिनटों में गिराकर मलबे में तब्दील कर दिया गया। इन सभी का आशियाना मलबे के नीचे दब गया और ये परिवार आँसू बहाते देखते रह गए।
ये मंजर बेहद दर्दनाक था जब बुलडोजर लोगों के घरों को बेरहमी से तोड़ रहे थे और महिलाएँ, पुरुष और बच्चे रहम की भीख माँग रहे थे। हिंदुओं के घरों पर बुलडोजर चलने की दर्दनाक तस्वीरें देख हर कोई दहल गया।
विडंबना यह है कि यह घटना तब सामने आई जब पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने अल्पसंख्यक अधिकारों की रक्षा करने में विफल रहने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार पर हमला किया।
हाल ही में इसी तरह की एक घटना पंजाब प्रांत के खानवेल जिले में घट चुकी है। वहाँ इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के एक प्रभावशाली नेता के इशारे पर ईसाई समुदाय के घरों और कब्रिस्तान को उजाड़ दिया गया।
पाकिस्तान मानवाधिकारों के उल्लंघन की ऐसी घटनाओं के लिए काफी पहले से बदनाम है। सिंध और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों से ऐसी बेशुमार घटनाएँ सामने आती हैं जहाँ हिंदू लड़कियों को अगवा कर धर्म परिवर्तन कर दूसरे मजहब में निकाह करा दिया जाता है। पाकिस्तान की विभिन्न सरकारों ने कई मौकों पर देश में अल्पसंख्यक समुदायों के हितों की रक्षा करने का वादा किया है। लेकिन अल्पसंख्यकों पर बड़े पैमाने पर इस तरह के हमले एक अलग दास्तान बयाँ करते हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान से एक वीडियो सामने आया था, जिसके मुताबिक भील समुदाय के घरों में तोड़फोड़ की गई थी और एक हिन्दू लड़कों को किडनैप कर लिया गया था। तबलीगी जमात के किडनैपर लड़के को छोड़ने के लिए उसके परिवार से इस्लाम कबूल करने के लिए कहता है। मगर उसकी माँ का कहना था कि वो इस्लाम अपनाने से अच्छा मरना पसंद करेंगी।