सऊदी अरब के रियाद हवाईअड्डा प्राधिकरण (RAA) ने पाकिस्तान को पत्र लिखकर छह महीने की बकाया राशि को 15 जुलाई 2023 तक चुकाने की चेतावनी दी गई है। प्राधिकरण ने पत्र में कहा कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) ने बकाया में एसएआर 8.2 मिलियन सऊदी अरब रियाल (लगभग 18 करोड़ रुपए) से अधिक का भुगतान नहीं किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, RAA ने पाकिस्तान से कहा कि अगर वह बकाया राशि का समय पर भुगतान कर देता है तो पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस की शीतकालीन उड़ान स्लॉट को मंजूरी देगी। अगर PIA ऐसा नहीं करता है उसकी विदेशी विमान सेवा की एयरलाइन के शीतकालीन स्लॉट की मंजूरी खटाई में पड़ सकती है।
इसके अलावा, देनदारियों का भुगतान नहीं करने पर जेद्दाह हवाईअड्डे ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को चेतावनी दी है। PIA के एक प्रवक्ता ने रिमाइंडर जारी होने की पुष्टि की और कहा कि एयरलाइन भुगतान करने और समस्या को तुरंत हल करने की दिशा में काम कर रही है।
PIA के पट्टेदार एयरकैप ने पिछले महीने मलेशिया की राजधानी कुआलालांपुर में उसके बोइंग-777 विमान को जब्त कर लिया था। पाकिस्तान सरकार द्वारा बकाया का भुगतान करने और इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) क्लियरिंग हाउस के माध्यम से रसीदों की माँग करने के बाद इसे जारी किया गया था।
दरअसल, 4.5 मिलियन डॉलर (लगभग 37 करोड़ रुपए) का कर्ज न चुकाने के कारण मलेशिया को इस साल मई में एक पाकिस्तानी विमान को जब्त करना पड़ा था। कुआलालंपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के बोइंग 777 को जब्त कर लिया।
विमान को जब्त करने के बाद उस में यात्री फँस कर रह गए थे। बाद में उस उड़ान के यात्रियों को समायोजित करने के लिए एक अलग विमान का उपयोग किया गया। दक्षिण-पूर्व एशियाई मुल्क मलेशिया ने पंजीकरण संख्या बीएमएच के साथ विमान को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को पट्टे पर दिया था।
इसी तरह साल 2021 में भी मलेशिया के अधिकारियों ने एक और बोइंग 777 को दो सप्ताह के लिए जब्त कर लिया था। बाद में 173 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के साथ, इसे छोड़ दिया गया और दायित्व के निपटान पर देश से राजनयिक गारंटी प्राप्त करने के बाद उसी वर्ष 27 जनवरी को पाकिस्तान वापस लाया गया।
बताते चलें कि भुगतान न करने पर PIA पर अमेरिका में विलिस लीजिंग ने मुकदमा किया है। प्रतिकूल कार्रवाई से बचने के लिए PIA ने उनसे पट्टे पर लिए गए दो ए-320 विमानों को हटाकर उन्हें वापस कर रही है। पीआईए का इंश्योरेंस ब्रोकर एलियाना ने भी नोटिस जारी कर बकाया राशि की भुगतान की माँग की और कहा कि एक बार बीमा बंद हो जाएगा तो उड़ान संचालन भी बंद हो जाएगा।
पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस PIA में भ्रष्टाचार चरम पर है और यह कभी बंद हो सकती है, क्योंकि ECC जून 2023 तक लंबित दावों के रूप में 22 अरब पाकिस्तानी रुपए जारी करने में असफल रही है। उसने सिर्फ 4 अरब पाकिस्तानी रुपए ही जारी किए। पैसे की कमी के चलते पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस अपने बकाया का भुगतान नहीं कर पा रही है।
PIA का प्रबंधन किस प्रकार है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि साल 2020 में यूरोपियन यूनियन एयर सेफ्टी एजेंसी (EASA) ने PIA की उड़ानों पर छह महीने के लिए रोक लगा दी थी। यह रोक जुलाई 2020 से दिसंबर 2020 तक जारी रही।
दरअसल, यह निर्णय फर्जी लाइसेंस वाले पायलट द्वारा विमानों को उड़ाने की खबरों के बाद लिया गया था। पाकिस्तान के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने 262 पायलटों के लाइसेंस फर्जी होने की बात कही थी। पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा 860 से अधिक पायलटों को लाइसेंस जारी किए थे।