आधिकारिक यात्रा पर अमेरिका गए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की उस समय फजीहत हो गई जब एयरपोर्ट पर उनकी आगवानी के लिए अमेरिकी प्रशासन का कोई बड़ा अधिकारी नहीं पहुॅंचा। इसको लेकर सोशल मीडिया में उनका खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। अपने कैबिनेट सहयोगी और अधिकारियों के साथ उन्हें मेट्रो में बैठकर होटल जाना पड़ा।
No US official came to receive pak. PM @ImranKhanPTI at airport, he was welcomed by his own Foreign Minister.#PakistankiAukat #bhikhariDesh
— ऋषभ शर्मा (@A45bjJIw8bVIdfG) July 21, 2019
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पाक पीएम इमरन ख़ान शनिवार (20 जुलाई 2019) शाम को तीन दिवसीय आधाकारिक यात्रा पर अमेरिका पहुँचे। सोमवार (22 जुलाई 2019) को उनकी मुलाक़ात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में होनी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई के लिए इमरान ख़ान पर दबाव बना सकते हैं।
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान ख़ान देश के मुखिया होने के बावजूद किसी चार्टड विमान से नहीं, बल्कि कतर एयरवेज की फ्लाइट से अमेरिका पहुँचे थे। इसकी मुख्य वजह पाकिस्तान का आर्थिक संकट है। ख़बर के अनुसार, अपनी इस अमेरिकी यात्रा के दौरान ख़ान IMF के कार्यवाहक प्रमुख डेविड लिप्टन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास से भी मुलाक़ात करेंगे। इसके अलावा पाक पीएम रविवार (21 जुलाई 2019) को वाशिंगटन डीसी में कैपिटल वन एरिना में एक सभा को संबोधित करेंगे।
मंगलवार को वह यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ़ पीस थिंक-टैंक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। बता दें कि इससे पहले, अक्टूबर 2015 में प्रधानमंत्री के तौर पर नवाज़ शरीफ़ ने अमेरिका की आधिकारिक यात्रा की थी।
ख़बर तो यह भी है कि इमरान ख़ान का यह अमेरिकी दौरा बलोच, सिंधी और मोहाजिर समेत पाकिस्तान के कई धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय को रास नहीं आ रहा है। इसके विरोध में वे प्रदर्शन भी कर रहे हैं। पाकिस्तान सरकार पर हमेशा से बलोच और सिंधी समाज के ख़िलाफ़ अत्याचार के आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप मुक़ाबलों के दौरान भी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ स्टेडियम में नारेबाज़ी के साथ-साथ पोस्टर और बैनर लहराए गए थे। इन बैनरों में बलोच का समर्थन किया गया था।