पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की तबीयत को लेकर वहाँ राजनीति हो रही है। वे लाहौर के एक जेल में बंद थे। हाल ही में उन्हें इलाज के लिए एयर एम्बुलेंस से लंदन ले जाया गया। इस बारे में बोलते हुए इमरान ख़ान ने कहा कि जब उन्होंने नवाज़ शरीफ की रिपोर्ट देखी तो उसमें कई बीमारियाँ थीं। बकौल इमरान, पूर्व पाक पीएम को दिल का मरीज भी बताया गया है, उन्हें डायबिटीज भी है और किडनी भी ख़राब है। इसके बाद इमरान ख़ान ने कहा कि शरीफ को ‘प्लेटलेट्स भी हो गई हैं’। इमरान ख़ान ने कहा कि उन्होंने पहली बार प्लेटलेट्स नाम की कोई चीज सुनी और सीखी है। उन्होंने पूछा कि भला ये क्या बला है?
67 वर्षीय पाक पीएम के इस बयान पर लोगों ने उनका मज़ाक बनाया। पत्रकार नायला इनायत ने पूछा कि इतनी उम्र और अनुभव होने के बावजूद इमरान ख़ान ने ब्लड प्लेटलेट्स के बारे में नहीं सुना है। यह अजीब है। आप ऊपर देख सकते हैं कि ख़ान ने प्लेटलेट्स को एक बीमारी के रूप में दर्शाया है जबकि ये ब्लड सेल्स होते हैं, जो ब्लीडिंग को रोकते हैं। जब ख़ून में प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है तो अत्यधिक ब्लीडिंग का ख़तरा आ जाता है क्योंकि ‘ब्लड क्लॉट’ बनने बंद हो जाते हैं।
Platelet is a new thing this 67-year-old recently learnt. pic.twitter.com/uBCh2bQF5X
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) November 22, 2019
इमरान ख़ान पर नवाज़ शरीफ की स्वास्थ्य चिंताओं को नज़रअंदाज़ करने का आरोप भी लगा है। मंगलवार (नवंबर 19, 2019) को शरीफ को लंदन ले जाया गया। इस पर टिप्पणी करते हुए इमरान ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट्स में कहा गया था कि वो कभी भी मर सकते हैं, लेकिन लंदन जाने वाली फ्लाइट को देखते ही उनकी सारी बीमारी दूर हो गई। इमरान ने नवाज़ शरीफ की बीमारी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें प्लेन की तरफ बढ़ते शरीफ को देख कर आश्चर्य हुआ, क्योंकि वो काफ़ी स्वस्थ दिख रहे थे। उन्होंने कहा कि 15 बीमारियों वाले इंसान की सारी बीमारी लंदन वाली फ्लाइट देखते ही दूर हो गई। नवाज़ शरीफ को 7 हफ्ते के लिए लंदन जाने की इजाजत मिली है।
इमरान ख़ान ने कहा कि जिस तरह से नवाज़ शरीफ विमान की सीढ़ियों पर चढ़ रह थे, उनकी बीमारी की फिर से जाँच कराए जाने की ज़रूरत है। ताज़ा स्वास्थ्य अपडेट्स की बात करें तो नवाज़ शरीफ का 7 बार ‘कार्डियक इंटरवेंशन’ किया गया है। उनका इलाज स्विट्जरलैंड के डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है। नवाज़ शरीफ के बारे में डॉक्टरों ने बताया कि दिमाग तक ख़ून पहुँचाने वाली धमनियाँ 80% बाधित हो चुकी हैं।