पिछले साल भारत सरकार ने 5 अगस्त को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त कर दिया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर दो केंद्र शासित देशों में तब्दील हो गया।
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इस फैसले से सकपका गया। उसने इस दिन को ‘काला दिवस’ के तौर पर मनाने का निर्णय लिया और अब कश्मीर पर कब्जे के मंसूबों को चकनाचूर होने के बाद अपने एक हाइवे का नाम श्रीनगर करने का फैसला किया है।
पाकिस्तान सरकार पिछले 70 सालों से जम्मू-कश्मीर को अपना हिस्सा बताकर उस पर कब्जा करने के झूठे सपने देखती रही। लेकिन, राज्य से अनुच्छेद 370 हटते ही सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया। ऐसे में अब जब भारत 5 अगस्त को भारत में जम्मू और कश्मीर के एकीकरण की पहली वर्षगाँठ पूरी कर रहा है, तब पाकिस्तान ने एक प्रतीकात्मक कार्रवाई करने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार को विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, “हमारी मंजिल श्रीनगर है इंशाल्लाह… 5 अगस्त से अब कश्मीर हाइवे का नाम बदल कर श्रीनगर हाइवे कर रहे हैं। ये हमें हमारे लक्ष्य तक ले जाएगा ।”
After renaming Islamabad’s Kashmir highway to Srinagar highway on Aug 5, Kashmir ban jaeyga Pakistan.. pic.twitter.com/XfQRTvYFsS
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) July 31, 2020
अपने बयान में कुरैशी ने कहा कि उनकी सरकार अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारों, सांसदों को नियंत्रण रेखा पर ले जाएगी और भारत की क्रूरता के कथित ‘पीड़ितों’ से बात करेगी। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के पाकिस्तानी जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ एकजुटता से खड़े होंगे और घाटी में भारत के कथित अत्याचारों को उजागर करेंगे।
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान ने इस प्रकार की प्रतिकात्मक रूप से प्रतिक्रिया दी हो। पिछले साल भी पाकिस्तान और चीन मिलकर इस मामले को UNSC ले गए थे। हालाँकि, वहाँ के सदस्यों ने इसे द्विपक्षीय मामला बताकर इसे दोनों देशों पर छोड़ दिया। अब उन्होंने इसी प्रतीकात्मक प्रतिक्रिया के रूप में कश्मीर हाइवे को आधार बनाया है।
बता दें कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के प्रमुख रास्तों में कश्मीर हाइवे को गिना जाता है। यह रास्ता इस्लामाबाद के पश्चिम में स्थित पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पूर्व में स्थित ई-75 एक्सप्रेसवे से कनेक्ट करता है। इस हाइवे की कुल लंबाई 25 किलोमीटर है।