जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 और 35-A के संदर्भ में मोदी सरकार द्वारा लिए गए फ़ैसले पर पाकिस्तान ने आपत्ति जताई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत का फ़ैसला हमें स्वीकार्य नहीं है। भारत की कोशिश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के संकल्पों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के ख़िलाफ़ है।
पाकिस्तान ने कहा है कि वो भारत सरकार के इस फ़ैसले का विरोध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करेगा। पाकिस्तान ने भारत के इस फ़ैसले पर कहा है कि कश्मीर का मुद्दा एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है। इसलिए भारत सरकार इस मसले पर एकतरफ़ा फ़ैसला नहीं कर सकता। ऐसा करने से कश्मीर का मुद्दा हल नहीं होगा, इसलिए यह फ़ैसला न तो पाकिस्तान को स्वीकार्य है और न ही जम्मू-कश्मीर के लोगों को स्वीकार्य है।
Pakistan Ministry of Foreign Affairs statement on Article 370: As the party to this international dispute, Pakistan will exercise all possible options to counter the illegal steps. Pakistan reaffirms its abiding commitment to the Kashmir cause.
— ANI (@ANI) August 5, 2019
वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि भारत अगर अनुच्छेद 35-A से छेड़छाड़ करेगा तो इससे कश्मीर में समस्या बढ़ेगी। पाकिस्तान ने कहा है कि वो कश्मीरियों को अपना समर्थन देना जारी रखेगा।
इसके अलावा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़-पार्टी के अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता शहबाज़ शरीफ़ ने अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फ़ैसले की निंदा की और कहा कि यह ‘अस्वीकार्य’ और संयुक्त राष्ट्र के ख़िलाफ़ ‘देशद्रोह का कार्य’ था।
शहबाज़ शरीफ ने पाकिस्तानी नेतृत्व से तुरंत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से एक आपातकालीन सत्र की माँग की और चीन, रूस, तुर्की, सऊदी अरब और अन्य मित्र देशों के साथ परामर्श करने की भी माँग की।