पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता राहत ऑस्टिन ने सोमवार (दिसंबर 14, 2020) को एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि पाकिस्तान के सिंध में भील समुदाय के हिंदुओं के घरों पर इस्लामवादियों ने हमला किया और लूटपाट भी की।
बता दें कि पाकिस्तान में भील समुदाय एकदम हाशिए पर है और सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है। ऑस्टिन ने बताया कि मोहम्मद असलम ने पड़ोस के कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उस क्षेत्र में रहने वाले गरीब हिंदुओं पर अत्याचार किया और उन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया।
Muslim neighborhood lead by Muhammad Aslam, attacked homes of Hindu Bheel community, tortured, looted and forced them to leave their properties in Pungaryo, Badin, Sindh-Pakistan.They are so scared to go back & submitted request for protection to Session Judge & SSP police Badin. pic.twitter.com/lmP64atraQ
— Rahat Austin (@johnaustin47) December 15, 2020
ये सताए हुए हिंदू अब अपने घर लौटने से डर रहे हैं। उन्होंने अब इस संबंध में सत्र न्यायाधीश और पाकिस्तान के एसएसपी पुलिस बाडिन को सुरक्षा के लिए अनुरोध किया है। राहत ऑस्टिन द्वारा शेयर किए गए वीडियो में पीड़ित हिंदुओं को देखा जा सकता है, जो अपने साथ लगातार हो रहे अत्याचारों के खिलाफ नारे लगा रहे हैं।
ये दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ पाकिस्तान में बहुत ही आम हैं। अक्टूबर में, इस्लामवादियों ने हिंदुओं पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालने के लिए उनके घरों को जला दिया था। राहत ऑस्टिन ने दावा किया था कि इस्लामवादी इस तरह का अत्याचार करके इस कोशिश में जुटे हुए हैं कि हिंदू लोग धर्म परिवर्तन करके इस्लाम अपना ले या फिर उनके लिए स्लेव बनकर काम करें।
गौरतलब है कि रविवार (सितंबर 20, 2020) को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 171 हिंदुओं को इस्लाम में धर्मांतरित करवाया गया। राहत ऑस्टिन ने सोमवार (सितंबर 21, 2020) को टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि हिंदू पुरुषों, महिलाओं और बच्चों का धर्म परिवर्तन पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मदरसा अहसान-उल-तालीम (Ahsan-ul-Taleem), कराची के संगर में आयोजित एक सामूहिक धर्मान्तरण समारोह में किया गया था। उन्होंने दावा किया कि इस्लामिक आइडियोलॉजी काउंसिल के पूर्व सदस्य नूर अहमद तशर ने उन्हें इस्लाम कबूल करवाया।
इससे पहले जून में, सिंध प्रांत के बाडिन जिले में सौ से अधिक हिंदुओं को इस्लाम में धर्मांतरित किया गया था। कथित तौर पर, एक स्थानीय मंदिर में रखी हिंदू देवताओं की सभी मूर्तियों को नष्ट कर दिया गया और परिसर को एक मस्जिद में बदल दिया गया। 17 मई को सिंध प्रांत में हिंदुओं ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के लोगों ने उन्हें प्रताड़ित किया, उनके घरों में तोड़फोड़ की और इस्लाम कबूल नहीं करने पर एक हिंदू लड़के का अपहरण भी कर लिया।
वहीं 15 अगस्त को 204 अल्पसंख्यक हिंदुओं का पाकिस्तान में धर्म परिवर्तन करवाया गया। धर्म परिवर्तन करने वाले अधिकांश हिंदू भील समाज के थे। इनमें से कुछ अभी हाल में धार्मिक वीजा से हिंदुस्तान से लौटे थे। बताया गया था कि 194 हिंदू सादिकाबाद में रहने वाले हैं जबकि 10 (एक ही परिवार के) रहिमयारखान के निवासी हैं। इस धर्मपरिवर्तन की सूचना जोधपुर में रहने वाले लोक संगठन के प्रेमचंद भील ने दी थी। वह लगातार हिंदुओं के संपर्क में हैं और उनके साथ ज्यादतियों को साझा करते रहते हैं।