रविवार को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में घोटकी के बाहरी इलाके में राजा फार्म क्षेत्र में स्थित झोपड़ियों में आग लगने से कम से कम तीन बच्चे जिंदा जल गए। जबकि एक महिला के बुरी तरह से झुलसने की खबर है।
Dunya news ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ये आग अचानक ही लगी और फिर देखते ही देखते फैलती चली गई। इस आग ने पास की कई झोपड़ियों को अपने चपेट में ले लिया। स्थानीय निवासियों ने किसी भी तरह से इस आग पर काबू पाया। मगर तब तक यह आग तीन मासूमों की जान ले चुका था। झोपड़ी के सभी कीमती सामान भी जलकर राख हो गई।
जानकारी के मुताबिक जिन झोपड़ियों में आग लगी, और जिनका इससे नुकसान हुआ, वो हिंदू समुदाय के थे। अपनी आजीविका के लिए लोग खेती किया करते थे। आग ने इतनी गृहस्थी को पूरी तरह से तबाह कर दिया। इसमें होने वाले नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है और आग लगने के कारण का भी पता नहीं चल पाया है। हालाँकि कहीं-कहीं पर इसे किचेन से लगी आग भी बताया जा रहा है।
जिन तीन बच्चों की आग में झुलसने से जिंदा मौत हो गई है, उनमें दो लड़का और एक लड़की बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि मृत बच्चों का शव पूरी तरह से जल गया था। जिसकी वजह से उनकी शिनाख्त कर पाना मुश्किल है।
इसके अलावा सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के सिंध में हिन्दुओं के घरों में आग लगाकर जलाए जाने की घटना के बारे में दावा किया जा रहा है। हालाँकि, ऑपइंडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। सोशल मीडिया पर किए गए दावों में कहा गया है कि सिंध के उम्मदे अली रिंद गाँव में केसू गाँधी और अन्य 7 लोगों के घरों को आग के हवाले कर दिया गया। सातों घर जलकर राख हो गए। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में पिछले 24 घंटों में हिंदुओं के घरों को जलाने की ये दूसरी घटना है। वैसे पाकिस्तान में हिंदुओं के ऊपर अत्याचार की खबरें लगातार आती रहती है। ये घटनाएँ भी उसी का एक उदाहरण है।