9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद पाकिस्तान जाने वाले 550 लोगों के जत्थे में शामिल पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सुरक्षा से पाक प्रशासन ख़िलावड़ करता नजर आ रहा है।
खबर है कि भारत ने पाकिस्तान से पूर्व पीएम के लिए जेड प्लस सुरक्षा की माँग की थी, लेकिन पाकिस्तान ने उनके लिए बैटरी से चलने वाली खुली गाड़ी का इंतजाम कर दिया है। खूफिया एंजेंसियों द्वारा करतारपुर के आसपास इलाकों में आतंकी एक्टिविटी की सूचना मिलने के बावजूद भी सुरक्षा के इतने ढीले इंतजाम पूर्व पीएम की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के लिए जिस बैटरी से चलने वाली गाड़ी का इंतजाम किया, वो चारों तरफ से खुली है और जेड प्लस सुरक्षा के बराबर भी नहीं हैं। ऐसे में भारत ने पाकिस्तान से वीआईपी जत्थे के लिए अतिरिक्त इतंजाम करने के लिए कहा है।
करतारपुर: भारत ने पूर्व पीएम के लिए मांगी जेड प्लस सुरक्षा, पाकिस्तान ने किया खुली गाड़ी का इंतजाम#KartarpurCorridor #ManmohanSingh @PMOIndia @MEAIndia @DrSJaishankar @INCIndia @capt_amarinderhttps://t.co/Tle8JNurDl@vishnoi_h
— First india news Rajsthan (@vishnoi_h) November 7, 2019
इतना ही नहीं, भारत ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए अपनी एक टीम को पाकिस्तान में दाखिल होने देने की इजाजत भी माँगी है। हालाँकि, पाक ने अभी तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है। साथ ही पाक ने पूरे कार्यक्रमों का ब्योरा भी नहीं दिया है।
यहाँ बता दें कि पाकिस्तान की इन्हीं हरकतों के कारण भारतीय जत्थे के करतारपुर जाने को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इस जत्थे में नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टेन अमरिंदर सिंह समेत केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, हरसिमरत कौर बादल, शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल और 150 सांसद भी शामिल हैं। जिन्हें गुरुद्वारे तक करीब चार किलोमीटर पाकिस्तान के अंदर जाना है।
ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह को करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे पाकिस्तान का कोई मकसद नजर आना लाजमी है, वहीं गुरुद्वारे के आसपास इलाकों में चलाए जा रहे आतंकी कैंपों की खबर सुनने के बाद भारत सरकार अपने पहले जत्थे की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं।