पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगलते नजर आए। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ विवादित टिप्पणियाँ की है।
शुक्रवार (जून 26, 2020) को मुजफ्फराबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी पीएम ने मोदी को ‘मनोरोगी’ (Psychopath) और ‘RSS का प्रोडक्ट’ बताया।
इमरान खान ने कहा, “नरेंद्र मोदी ने जो गुजरात में किया। उसने 3 दिन पुलिस को पीछे रखा और RSS के कातिलों ने मुस्लिमों पर जुल्म किया, कत्ल किया, रेप किया और एक लाख मुस्लिमों को उनके घरों से निकाल दिया। तभी पता चल जाना चाहिए था कि किस तरह की सोच है इस आदमी की। ये एक आम आदमी नहीं है। ये एक psychopath है। इनकी सोच हिटलर की नाजी पार्टी की तरह है। RSS उसी की पैदावार है। ये हिटलर की नाजी पार्टी को अपना रोल मॉडल समझते हैं। इसलिए ये ऐसी हरकतें करते है।”
Imran Khan calls Prime Minister @narendramodi ‘Psychopath’ while addressing a rally in Pakistan Occupied Kashmir (PoK), compares RSS with Nazis. No word on subjugation on basic political/human rights of people in PoK. No word on torture/rape by Pakistan Army in Balochistan & KPK. pic.twitter.com/EWfXMVDhUg
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 26, 2020
पाकिस्तानी पीएम ने आगे कहा, “जो काम हिटलर की नाजी पार्टी ने किया, यहूदियों की हत्या की, उनके ऊपर जुल्म किए। अब यही काम ये कर रहे हैं। सिटिजनशिप कानून लाकर उनकी नागरिकता पर सवाल खड़े किए। भारत में आज जो भी मुस्लिमों के साथ हो रहा है, ये सब कुछ हिटलर ने यहूदियों के खिलाफ किया था। उसके बाद नरसंहार किया था।”
इमरान खान यहीं पर नहीं रूके। आगे उन्होंने कहा कि कश्मीर में हिंसा पहले भी हो रही थी, लेकिन मोदी सरकार के अंतर्गत भारतीय सेना के पैलेट गन के इस्तेमाल के कारण कई बच्चों ने अपनी आँखें खो दी। हजारों लोगों को जेल में डाला गया, जिसमें 10-11 साल के बच्चे भी शामिल थे।
कश्मीर और भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले इमरान ने इस दौरान अपने देश में अल्पसंख्यकों पर रोजाना होने वाले अत्याचार को लेकर मुॅंह तक नहीं खोला। न ही बलूचिस्तान और पीओके में पाकिस्तानी सेना की प्रताड़ना पर कुछ कहा।
गौरतलब है कि शुक्रवार (जून 26, 2020) को ही खबर आई कि जम्मू-कश्मीर के 200 से अधिक ऐसे युवा गायब हैं जिन्हें पाकिस्तानी उच्चायोग की ओर से वीजा जारी किया गया था। आशंका जताई जा रही है कि ये युवा पाकिस्तान के कब्जे में हैं और इन्हें जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए वह प्रशिक्षित कर रहा है।
कुछ दिनों पहले हिजबुल कमांडर आतंकी रियाज नाइकू के मारे जाने के बाद सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में सक्रिय टॉप-10 आतंकियों की नई लिस्ट तैयार की थी। जिसमें हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के कई मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों के नाम शामिल हैं। बताया गया कि कश्मीर घाटी में सक्रिय इन सभी टॉप-10 आतंकवादियों को पाकिस्तान की खुफिया इकाई आईएसआई की मदद से संचालित आतंकी शिविरों में प्रशिक्षित किया गया था।
वहीं पिछले दिनों एक वीडियो सामने आया था, जिसमें पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की हालत बयां की गई थी। इसमें एक शख्स लाचार होकर बता रहा है कि सिंध प्रांत में प्रशासन ने हिंदू-ईसाई समुदाय के लोगों को राशन देने से मना कर दिया है। उनकी मदद नहीं की जा रही है। उन्हें खाना नहीं दिया जा रहा है। वो दाने-दाने को तरस रहे हैं।
इतना ही नहीं, ईसाई बने दलितों से भी नाले की साफ-सफाई करवाई जा रही है। और हिंदुओं का उत्पीड़न वहाँ आम बात है। लड़कियों का अपहरण, रेप, धर्म परिवर्तन और फिर जबरन निकाह का सिलसिला लगातार जारी है। पिछले दिनों पाकिस्तान के सिंध प्रांत के पीरबक्स जरवार गाँव में 13 वर्षीय हिंदू लड़की के साथ 6 हथियारबंद युवकों ने बर्बरता से गैंगरेप किया।
पाक की मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट बताती है कि सालाना पाकिस्तान में कम से कम 1000 गैर मुस्लिम लड़कियाँ इस्लाम कबूलती हैं। इनमें से अधिकांश सिंध में रहने वाली हिंदू समुदाय की होती हैं।