Monday, December 23, 2024
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‘हिंदुस्तानी कुत्तों, तुस्सी रहो जरा औकात में’ – मंदिर के खिलाफ फतवे के बाद अब गाना, Pak में हिन्दूघृणा का खुलेआम प्रदर्शन

'हिंदुस्तानी कुत्तों, तुस्सी रहो ज़रा औकात विच्च।' - इस्लामाबाद में श्रीकृष्ण मंदिर का निर्माण क्या शुरू हुआ, पाकिस्तान में माहौल ऐसा बन गया जैसे एक हिन्दू मंदिर से उनका मुल्क ही खतरे में आ जाएगा। इसलिए फतवों से मन नहीं भरा तो...

इस्लामाबाद में श्रीकृष्ण मंदिर का निर्माण क्या शुरू हुआ, पाकिस्तान में माहौल ऐसा बन गया जैसे एक हिन्दू मंदिर से उनका मुल्क ही खतरे में आ जाएगा। अब एक नया वीडियो पाकिस्तान में खूब वायरल हो रहा है, जिसमें इस्लामाबाद के श्रीकृष्ण मंदिर विवाद को लेकर भारतीयों को कुत्ता कहा गया है और ‘औकात में रहने’ की सलाह दी गई है।

पंजाबी भाषा के इस गाने में गायक कहता है- ‘हिंदुस्तानी कुत्तों, तुस्सी रहो ज़रा औकात विच्च’। इसके बाद सोशल मीडिया पर इसका विरोध शुरू हो गया है।

इस गाने में पाकिस्तानी फौज का दृश्य दिखा कर इनका महिमामंडन किया गया है और साथ ही धमकी दी गई है कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में कभी मंदिर नहीं बनने दिया जाएगा। गाने के वीडियो में पाकिस्तानी फौज के सिपाही बंदूक से निशाना साधते और हेलीकॉप्टरों से उतर कर पोजिशन लेते दिख रहे हैं। जिस तरह से वीडियो में भारत और हिंदुओं के प्रति ज़हर बोया गया है, उसकी जम कर आलोचना हो रही है। इस्लामी कट्टरवादी अब एक गाने के सहारे हिंदुओं को नीचा दिखा रहे हैं।

सिंध के मानवाधिकार कार्यकर्ता कपिल देव ने इस गाने के वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि इस्लामाबाद के निर्माणाधीन श्रीकृष्ण मंदिर विवाद ने एक बार फिर से हिन्दुओं के प्रति घृणा को सामने ला दिया है। उन्होंने हिन्दुओं को ‘हिंदुस्तानी कुत्तों” कहे जाने पर आपत्ति जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि वीडियो में पाकिस्तानी फ़ौज को दिखा कर उन्हें बदनाम किया जा रहा है, जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

बता दें कि पिछले दिनों इस संबंध में इस्लामी शिक्षा देने वाले संस्थान जामिया अशर्फिया के मुफ्ती जियाउद्दीन ने कहा था कि गैर मुस्लिमों के लिए मंदिर या अन्य धार्मिक स्थल बनाने के लिए सरकारी धन खर्च नहीं किया जा सकता। इसी संस्था ने मंदिर निर्माण को लेकर फतवा जारी करते हुए कहा था कि अल्पसंख्यकों (हिंदुओं) के लिए सरकारी धन से मंदिर निर्माण कई सवाल खड़े कर रहा है। इस फतवे के अलावा इस्लामाबाद हाई कोर्ट में मंदिर निर्माण को लेकर एक याचिका भी डाली गई थी।

सीडीए के प्रवर्तन और भवन नियंत्रण विभागों की एक संयुक्त टीम कुछ दिनों पहले एच-9/2 में मंदिर निर्माण स्थल पर पहुँची और श्रमिकों को निर्माण का काम रोकने का निर्देश दिया था। सीडीए के प्रवक्ता मज़हर हुसैन ने कहा था कि नागरिक प्राधिकरण के भवन नियंत्रण कानूनों ने स्पष्ट रूप से ये कहा कि जब तक इमारत के निर्माण के लिए मँजूरी नहीं मिल जाती तब तक इस जमीन पर कोई काम नहीं होगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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