फ्रांस में बढ़ रहे इस्लामी आतंकी हमलों के कारण वहाँ की जनता में आक्रोश है। अब तुर्की मीडिया के अनुसार सोमवार को मुस्लिम समुदाय को मजहबी तौर से ठेस पहुँचाने वाली एक घटना उत्तरी फ्रांस में घटी है। अंतरराष्ट्रीय खबरें बताती हैं कि उत्तरी फ्रांस में एक मस्जिद के अंदर सूअर का एक कटा हुआ सिर मिला।
यह घटना ओइसे के कॉमपिइने (Compiegne) शहर में स्थित ग्रेट मस्जिद में घटी, जिसमें कुछ समय से मरम्मत का काम चल रहा था। यह जानकारी कॉमपिइने के डिटिब नाम के तुर्की मुस्लिम समूह ने सोमवार को बयान जारी करके दी।
Pig’s head placed in mosque in northern France
— The International Herald (@TheIntlHerald) November 3, 2020
उन्होंने इस घटना की निंदा की। साथ ही मस्जिद के मैनेजमेंट ने भी इस संबंध में शिकायत की। फ्रेंच काउंसिल फॉर मुस्लिम ने भी इस घटना की निंदा की और मस्जिद व समुदाय के नेतृत्व के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह घटना फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैनुएल मैक्रों के विवादित बयान के बाद सामने आई है।
यहाँ बता दें कि पिछले महीने मैक्रों ने इस्लाम पर एक बयान दिया था। इसके बाद से उनकी निंदा मुस्लिम देशों द्वारा की जा रही थी। कई इस्लामी देशों ने फ्रांस के उत्पादों का बॉयकॉट करने का आह्वान किया। वहीं दूसरी ओर देश में कई आतंकी हमले की घटनाएँ भी हुई।
उल्लेखनीय है कि मैक्रों ने अपने विवादित बयान में कहा था, “इस्लाम एक ऐसा मज़हब है जिस पर पूरी दुनिया में संकट है, ऐसा सिर्फ हम अपने देश में नहीं देख रहे हैं।”
#BREAKING President Emmanuel Macron described Islam as “a religion that is in crisis all over the world today” as he made keenly-awaited keynote address on battling Islamic radicalism in France pic.twitter.com/Xb1q564eFU
— AFP news agency (@AFP) October 2, 2020
इसके अलावा उन्होंने पेरिस में शिक्षक की हत्या के बाद भी अपना पक्ष मजबूती से रखा था और हाल में हुई लगातार आतंकी हमलों का जवाब देते हुए फ्रांस ने अलकायदा के आतंकियों पर फ्रांस ने तगड़ा प्रहार किया था।
फ्रांस की वायुसेना ने अफ्रीकी देश माली में सक्रिय अलकायदा के आतंकवादियों पर जोरदार हवाई हमला बोला था। फ्रांस एयरफोर्स ने माली में बुरकिनो फासो और नाइजर की सीमा के पास एक एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें कम से कम अलकायदा के 50 आतंकियों के मारे जाने की खबर सामने आई थी। फ्रांस ने यह हमला सोमवार (नवंबर 2, 2020) को ही किया था। इसके लिए उन्होंने मिराज फाइटर जेट और ड्रोन्स का इस्तेमाल किया था।