जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई 2021 से शुरू होने वाले ओलंपिक गेम्स में पूरी दुनिया से पहुँच रहे खिलाड़ियों और उनके साथ आने वाले कर्मचारियों (कोच एवं दूसरे स्टाफ) को Covid-19 के संक्रमण से बचाने के लिए आयोजक लगातार प्रयत्न कर रहे हैं। इसके लिए हाल ही में ‘प्लेबुक‘ जारी की गई है जिसमें ओलंपिक के लिए टोक्यो पहुँच रहे मेहमानों के लिए कई नियम-कायदे बताए गए हैं। साथ ही ओलंपिक आयोजकों ने खिलाड़ियों के बीच शारीरिक संबंधों को रोकने के लिए एक अनोखा तरीका भी अपनाया है। यह तरीका है, ‘एंटी-सेक्स बेड’।
23 जुलाई से टोक्यो में शुरू होने वाले समर ओलंपिक गेम्स में दुनिया भर से 90,500 मेहमान टोक्यो पहुँचेंगे जिसमें से 11,500 खिलाड़ी हैं और 79,000 कोच, सपोर्ट स्टाफ और अन्य कर्मचारी। आयोजकों के सामने सबसे बड़ी चुनौती है इन सभी को Covid-19 के संक्रमण से बचाने की। ऐसे में युवा खिलाड़ियों के शारीरिक संबंधों को रोकने की चुनौती भी आयोजकों के लिए महत्वपूर्ण है। इसके लिए ओलंपिक गेम्स के आयोजकों ने खेल गाँव में खिलाड़ियों के लिए ‘एंटी-सेक्स बेड‘ बनाए हैं। कार्डबोर्ड से बनाए गए इन बेड्स की खासियत है कि ये सिर्फ एक ही व्यक्ति का भार सह सकते हैं और किसी भी तरह की बड़ी हलचल होने पर टूट सकते हैं।
2016 ओलंपिक के पदक विजेता और अमेरिकी खिलाड़ी पॉल केलिमो ने इन ‘एंटी-सेक्स बेड’ की तस्वीरें अपने ट्विटर एकाउंट पर शेयर की और लिखा कि टोक्यो ओलंपिक खेल गाँव में खेल के अलावा ‘दूसरी परिस्थितियों’ को रोकने के लिए ये बेड लगाए गए हैं।
Beds to be installed in Tokyo Olympic Village will be made of cardboard, this is aimed at avoiding intimacy among athletes
— Paul Chelimo🇺🇸🥈🥉 (@Paulchelimo) July 17, 2021
Beds will be able to withstand the weight of a single person to avoid situations beyond sports.
I see no problem for distance runners,even 4 of us can do😂 pic.twitter.com/J45wlxgtSo
इसके पहले ओलंपिक आयोजकों द्वारा खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को 160,000 से अधिक मुफ्त कंडोम दिए गए थे। यानी ओलंपिक में शामिल होने वाले 10,500 खिलाड़ियों में से प्रत्येक को लगभग 14 कंडोम देने की व्यवस्था की गई थी। हालाँकि यह परंपरा दुनिया भर में कोरोना वायरस फैलने से पहले के ओलंपिक गेम्स में अपनाई जाती रही है लेकिन आयोजकों ने पहले ही खिलाड़ियों को खेल गाँव में कंडोम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। समिति ने घोषणा की थी कि खिलाड़ी इन कंडोम को याद के तौर पर अपने घर ले जा सकते हैं। उन्हें अपने देश में कदम रखने के बाद ही कंडोम का इस्तेमाल करना होगा।
इसके अलावा भी ओलंपिक गेम्स के लिए जारी की गई प्लेबुक में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से लेकर रोज Covid-19 टेस्ट कराने की बात भी कही गई है। खिलाड़ियों और उनके साथ आने वाले लोगों को यह सलाह दी गई है कि उन्हें मास्क का इस्तेमाल करना होगा और साथ ही एक-दूसरे से किसी भी प्रकार का शारीरिक संपर्क रखने से बचना होगा। ओलंपिक गेम्स के इतिहास में पहली बार भाग लेने वालों को स्मार्टफोन रखना होगा जिसमें दो एप्लीकेशन इंस्टाल किए जाएँगे। एक एप्लीकेशन हेल्थ चेक करने वाला होगा और दूसरा एप्लीकेशन खिलाड़ियों को ट्रैक और ट्रेस करने के लिए। खिलाड़ियों को नियमित तौर पर अपना हेल्थ डाटा इन एप्लीकेशन के माध्यम से देना अनिवार्य है।
ओलंपिक आयोजकों के द्वारा जारी की गई इस प्लेबुक में बताए गए नियम-कायदों का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों समेत उनके स्टाफ कर्मचारियों के लिए कड़े जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है। नियमों का उल्लंघन किए जाने पर खिलाड़ियों के लिए जुर्माने के साथ अयोग्य घोषित कर देने (disqualification) की बात भी कही गई है। हालाँकि टोक्यो ओलंपिक में इस बार दर्शकों को प्रतिबंधित किया गया है। पहले विदेशी दर्शकों को छोड़कर स्थानीय दर्शकों को कुछ छूटों के साथ अनुमति प्रदान की गई थी लेकिन बाद में यह निर्णय लिया गया कि इस बार ओलंपिक गेम्स बिना दर्शकों के ही आयोजित कराए जाएंगे।
हालाँकि आयोजकों के इन सब प्रयासों के बाद भी खिलाड़ियों के संक्रमित होने की खबर आई। ओलंपिक आयोजकों ने खेल गाँव में रह रहे दो खिलाड़ियों के Covid-19 से संक्रमित होने की पुष्टि की। इसके अलावा होटल में ठहरे हुए एक अन्य खिलाड़ी और ओलंपिक में भाग लेने आए एक अधिकारी के Covid-19 से संक्रमित होने की भी खबर आई। आयोजक समिति के रिकॉर्ड के अनुसार खेलों से जुड़े Covid-19 संक्रमण मामलों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है।