राजस्थान के जालौर के एक युवक की चीन में अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। युवक अपने धंधे के सिलसिले में चीन गया हुआ था। उसके परिवार से पहले फिरौती की माँग की गई और बाद में उसे एक बिल्डिंग से नीचे फेंक कर मार दिया गया। हत्या के पीछे व्यापारिक विवाद माना जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जालौर के भीनमाल का रहने वाला एक 26 वर्षीय सतीश माली लगातार चीन जाता रहता था। वह चीन से मोबाइल के पार्ट लाकर भारत बेचता था। इसी संबंध में वह चीन गया हुआ था। 21 जून, 2024 को चीन से ही सतीश के एक दोस्त को फोन करके जानकारी दी गई कि सतीश का अपहरण हो गया है।
सतीश के दोस्त ने यह पूरी घटना सतीश के परिवार को बताई। इन अपहरणकर्ताओं ने सतीश के परिवार से ₹1 करोड़ की माँग की थी। उन्होंने यह पैसा 22 जून तक मुंबई के एक व्यापारी पारस चौधरी को हवाला के जरिए पहुंचाने को कहा। उन्होंने धमकी दी थी कि यदि पैसा समय से नहीं पहुँचा तो सतीश को मार दिया जाएगा।
सतीश के पिता ने पैसे का इंतजाम करने के लिए समय माँगा। उन्होंने मुंबई के व्यापारी पारस से ₹50-60 लाख लेकर अपने बेटे को छोड़ने की बात कही। हालाँकि, ₹1 करोड़ का इंतजाम ना होने पर सतीश को उसके अपहरणकर्ताओं ने एक बिल्डिंग पर से फेंक दिया जिससे उसकी मौत हो गई।
सतीश की हत्या चीन गुआंगझाऊ शहर में हुई है। यहाँ वह मोबाइल के पार्ट लेने लगातार जाता था। सतीश ने यह काम मुंबई के एक अपने दोस्त के कहने पर चालू किया था। उसे काम में चचा मुनाफा हो रहा था। कुछ समय पहले चीन में अपना बिजनेस पार्टनर बदला था। बताया जा रहा है कि उसका नए पार्टनर से कुछ विवाद हुआ और इसी कारण उसकी हत्या करवाई गई।
सतीश की हत्या के बाद उसका परिवार चकित है। सतीश का शव लाने के लिए भी परिवार प्रयास कर रहा है। सतीश के परिवार ने सांसद लुम्बाराम चौधरी से मदद माँगी है। उन्होंने इस मामले में विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है। मामले में सतीश का परिवार विदेश मंत्री से मिलने भी जा रहा है।