लंदन में जून 2017 में हुए आतंकी हमले में 11 लोग मारे गए थे और लगभग 50 घायल हुए थे। उस हमले के बाद यूरोप में पाँव पसारते इस्लामिक आतंकवाद को लेकर चिंता जताई जाने लगी थी। उस हमले में एक व्यक्ति ने आतंकियों के साथ संघर्ष किया था। उसे 8 बार चाकू गोदा गया था लेकिन फिर भी उसने कई लोगों की जान बचाई थी। यूके में उसे हीरो कहा जाने लगा था। इस्लामिक जिहादियों ने एक वैन को भीड़ के बीच में घुसा दिया था और चाकू लेकर लोगों को मारने लगे थे। 49 वर्षीय रॉय लर्नर को उनसे मुक़ाबला करने के बाद लोगों ने ‘लायन ऑफ द लंदन’ कहना शुरू कर दिया था।
यूके पुलिस को डर था कि कहीं इस्लामिक आतंकियों के इस कृत्य के शिकार बने लर्नर इस्लाम विरोधी न हो जाएँ। उन्हें जबरन ‘डीरैडिकलाइजेशन क्लासेज’ में भेजा गया, ताकि वो इस्लाम विरोधी होने से बच सकें। जब वो हमला हुआ था, तब 7 लोगों को कुचलती हुई वो वैन आगे बढ़ी चली जा रही थी। उस समय लर्नर एक पब में बैठ कर शराब पी रहे थे। तभी ‘अल्लाहु अकबर’ चिल्लाते हुए आतंकियों ने लोगों को ताबड़तोड़ चाकुओं से गोदना शुरू कर दिया।
आतंकी वहाँ पर ‘इस्लाम, इस्लाम, इस्लाम’ के नारे भी लगा रहे थे। इसके बाद लर्नर ने चिल्लाते हुए उन आतंकियों पर झपट्टा मारा। उन्होंने निहत्थे उन आतंकियों का समाना किया, जिससे वहाँ उपस्थित बाकी लोग अपनी जान बचा कर भाग सकें। हालाँकि, इस दौरान उनके शरीर पर 8 बार चाकू के वार हुए। बीबीसी ने उन्हें ‘हीरो’ बताया। इंग्लैंड ने उन्हें जॉर्ज क्रॉस मैडल से सम्मानित किया। स्वीडेन के एक ब्रेवरी ने एक शराब का नाम उनके नाम पर रखा।
UK punishes victim of terrorism https://t.co/mhjcWIJlqP
— Georgia Log Cabin (@GeorgiaLogCabin) December 2, 2019
लर्नर को यूके ने टेररिस्ट वॉचलिस्ट ‘प्रिवेंट’ प्रोग्राम के अंतर्गत ‘डी रैडिकलाइजेशन’ क्लास का हिस्सा बनाया। लर्नर ने बताया कि इस दौरान उनके साथ एक आतंकी की तरह व्यवहार किया गया। आतंकियों के साथ मुठभेड़ के बाद उनके शरीर पर 80 टाँके लगे थे। लंदन पुलिस ने उन पर अवैध पेनकिलर रखने का मामला चलाया। वो एक बार जेल जाते-जाते बचे। लंदन के मेयर सादिक़ खान पर अक्सर इस्लामिक कट्टरपंथियों के प्रति नरम रवैया अख्तियार करने के आरोप लगते रहते हैं।