यूक्रेन के सबसे बड़े शहर खेरसोन (Kherson) पर रूस की सेना ने नियंत्रण कर लिया है। दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के आठवें दिन गुरुवार (3 मार्च 2022) को इसकी पुष्टि खेरसोन के मेयर इगोर कोल्यखेव ने भी की है। दूसरी ओर भारत ने उन रिपोर्टों को खारिज किया है, जिनमें दावा किया जा रहा था कि यूक्रेन में भारतीय छात्र बंधक बनाकर रखे गए हैं। दरअसल, रूस की सरकार की ओर से इस तरह का दावा किया गया था।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमें खारकीव में किसी भी छात्र को बंधक बनाए जाने की कोई जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास यूक्रेन में फँसे भारतीयों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं और ऐसी कोई खबर अब तक नहीं मिली है।
विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, “यूक्रेनी अधिकारियों की मदद से कई छात्र कल खारकीव छोड़ पाए हैं। हमें किसी भी छात्र के बंधक बनाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। हमने यूक्रेन के अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे विशेष ट्रेनों की व्यवस्था कर खारकीव और यूक्रेन के दूसरे इलाकों में फँसे भारतीय छात्रों को निकालने में हमारा सहयोग करें।”
Our response to media queries regarding reports of Indian students being held hostage in Ukraine ⬇️https://t.co/RaOFcV849D pic.twitter.com/fOlz5XsQsc
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) March 3, 2022
बयान में आगे कहा गया है, “हम रूस, रोमानिया, पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्दोवा सहित यूक्रेन के आसपास के देशों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकाला गया है। हम यूक्रेन की तरफ से दी गई मदद की सराहना करते हैं। हम यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसी देशों को भारतीय नागरिकों को प्रवेश की इजाजत देने और उड़ान तक देश में रहने देने के लिए उनका धन्यवाद करते हैं।”
क्या कहा था रूस ने?
रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि उनकी जानकारी के अनुसार यूक्रेनी अधिकारियों ने भारतीय छात्रों के एक बड़े समूह को जबरन खारकीव में रोके रखा है। कथित तौर पर यह समूह ब्रेलग्राद जाना चाहता था। बेलग्राद रूस का एक सीमावर्ती क्षेत्र है और खारकीव से ज्यादा दूर नहीं है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक ब्रीफिंग में कहा कि जब खारकीव से रूस भारतीय छात्रों को निकालने की कोशिश कर रहा था, यूक्रेन की सेना ने उन्हें बंधक बना लिया।
🔺From briefing by @mod_russia: According to our information, Ukrainian authorities forcibly keep a large group of Indian students in Kharkov who wish to leave Ukrainian territory and go to Belgorod. pic.twitter.com/cHHaTEyAHI
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) March 2, 2022
खेरसोन पर रूस का कब्जा
इधर खेरसोन के मेयर इहोर कोलिखैव ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट लिखकर निवासियों से रूसी सैनिकों के आदेशों का पालन करने के लिए कहा है। बता दें कि खेरसोन में लगभग 2,90,000 लोग रहते हैं और यह कीव से लगभग 480 KM दक्षिण में स्थित है।
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने गुरुवार (3 मार्च 2022) की सुबह अपने संबोधन में यूक्रेन के लोगों से रूसी सेना का विरोध जारी रखने का आग्रह किया। लेकिन उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि रूस ने खेरसोन सहित प्रमुख शहरों पर कब्जा किया है या नहीं। उन्होंने दावा किया कि रूस को उन जगहों से खदेड़ दिया जाएगा जहाँ वह घुस चुके हैं।