श्रीलंकाई आत्मघाती हमलावर मोहम्मद हस्थून की बेगम, पुलस्थिनी महेंद्रन (कुछ रिपोर्टों में पुलस्थिनी राजेंद्रन के रूप में भी इसका उल्लेख किया गया है) उर्फ सारा, जिसे हाल ही में श्रीलंकाई बम विस्फोटों में एक सक्रिय भागीदार माना जाता है। जो एक हिंदू निम्न मध्यम वर्ग परिवार में पैदा हुई थी और उसे धर्मांतरित कर इस्लाम कबूल कराया गया और कट्टरपंथी तालीम दी गई। ऐसा लोकप्रिय तमिल चैनल IBC तमीज़ की एक रिपोर्ट से पता चला है।
रिपोर्ट के अनुसार, पुलस्थिनी का जन्म श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में बट्टिकलोआ जिले में स्थित थेटातिवु में एक मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार में हुआ था और कथित तौर पर उसका अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद उसे धर्मान्तरित कर इस्लाम कबूल कराया गया और इस्लामी समूहों ने उसे इस कदर कट्टरपंथी बना दिया।
IBC तमीज़ का उसकी माँ कविता महेन्द्रन के साथ साक्षात्कार बताता है कि पुलस्थिनी एक होनहार छात्रा थी जो मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। वह स्कूल में पारंपरिक तमिल और हिंदू धार्मिक अध्ययन भी करती थी। इसी दौरान, अब्दुल रज़िक ने पुलस्थिनी का अपहरण कर लिया जब वह एक छात्रा ही थी।
कविता का दावा है कि उसने अपनी बेटी को वापस लाने की बहुत कोशिश की, लेकिन रज़िक ने जोर देकर कहा कि पुलस्तिनी खुश है और उसने अपना निर्णय स्वयं लिया है। कुछ महीने बाद, रज़िक ने कविता को फोन करके बताया कि उसकी बेटी ने इस्लाम कबूल कर लिया है और उसकी शादी एक आदमी से कर दी गई। उसका पति मोहम्मद हस्थून को माना जाता है, जो ईस्टर संडे को सेंट सेबेस्टियन चर्च में बम विस्फोट करते हुए कैमरे में कैद हुआ था।
यहीं से कविता ने अपनी बेटी के साथ खुद को सभी संबंधों से अलग कर लिया। इसके एक महीने बाद, कविता का दावा है कि उसे अपनी परेशान बेटी का फोन आया जिसने कहा कि वह जीवन में बहुत दुखी है और वह पूरी तरह टूट चुकी थी। हालाँकि, इस फोन कॉल के बाद, पुलस्थिनी से कोई संपर्क नहीं हुआ।
ईस्टर संडे के हमलों के लगभग दो हफ्ते पहले, कविता ने एक अज्ञात व्यक्ति का दावा किया, जिसने खुद की पहचान श्रीलंकाई खुफिया अधिकारी के रूप में देते हुए बताया कि वह पुलस्थिनी की तलाश में आया था, इसके आलावा उसने कोई जानकारी नहीं दी।
IBC की रिपोर्ट बताती है कि अबुल रज़िक वास्तव में एक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन, श्रीलंकाई तोहिद जमाथ (SLTJ) का नेता है, जिसका तमिलनाडु के तोहिद जमाथ के साथ वैचारिक संबंध है।
बता दें कि आईएसआईएस ने पिछले महीने श्रीलंका में हुए सिलसिलेवार विस्फोटों की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 300 से अधिक लोगों की जान जाने का दावा किया गया था। इस आत्मघाती हमले में सबसे अमीर और राजनीतिक रूप से अच्छी-खासी दखल रखने वाले व्यक्ति के 2 बेटे आत्मघाती हमलावर पाए गए। बम विस्फोट करने वालों में से एक की पत्नी द्वारा कोलम्बो में रहने वाले पुलिसकर्मियों को मारने के लिए आत्मघाती विस्फोट के बाद उसके परिवार से पूछताछ चल रही है।