Monday, November 18, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयअफगानी अब नहीं जा सकेंगे बाहर, तालिबान ने बंद किए सभी रास्ते: दहशत फैलाने...

अफगानी अब नहीं जा सकेंगे बाहर, तालिबान ने बंद किए सभी रास्ते: दहशत फैलाने के लिए छोटे बच्चों की भी हुई हत्या, तस्वीरें वायरल

तालिबानी नेताओं ने भले ही सत्ता में आते ही लोगों को सुरक्षा देने का वादा किया हो, लेकिन उनके पुराने शासन को याद करते हुए कोई भी अफगान नागरिक उन पर विश्वास करने को तैयार नहीं है। तालिबानियों के डर से कई अफगानिस्तानी देश छोड़कर भागने को मजबूर हैं, जिसके चलते काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अराजकता फैल गई है।

अफगानिस्तान में ​तालिबानियों के कब्जे के बाद से डर का माहौल है। पिछले एक हफ्ते से लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। इस बीच ताबिलान ने काबुल एयरपोर्ट पर पहरा बढ़ा दिया है। एयरपोर्ट जाने के सभी रास्तों पर तालिबानी मौजूद हैं, जो अफगान नागरिकों को एयरपोर्ट तक भी नहीं पहुँचने दे रहे हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उन्होंने एयरपोर्ट तक जाने वाली सभी सड़कें ब्लॉक कर दी हैं। अफगान नागरिक अब एयरपोर्ट तक नहीं जा पाएँगे। सिर्फ विदेशी नागरिकों को ही उस सड़क से एयरपोर्ट तक जाने की इजाजत होगी। 

इस बीच, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि तालिबान पहले से ही अफगानिस्तान में मानवाधिकारों का उल्लघंन कर रहा है। निर्दोष नागरिकों की हत्या कर रहा है। बच्चों को आतंकी संगठन में भर्ती कर रहा है। इसके अलावा उनके द्वारा महिलाओं और मासूम बच्चियों पर जुल्म किए जा रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार मामलों की प्रमुख मिशेल बाशेलेट ने मानवाधिकार परिषद से तालिबान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि तालिबान द्वारा महिलाओं व लड़कियों के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा, उनकी आज़ादी, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शिक्षा और रोजगार संबंधी अधिकारों का हनन किया जा रहा है। इनका अन्तरराष्ट्रीय मानवाधिकार मानकों के अनुरूप पालन करना होगा।

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबानी नेताओं ने भले ही सत्ता में आते ही लोगों को सुरक्षा देने का वादा किया हो, लेकिन उनके पुराने शासन को याद करते हुए कोई भी अफगान नागरिक उन पर विश्वास करने को तैयार नहीं है। तालिबानियों के डर से कई अफगानिस्तानी देश छोड़कर भागने को मजबूर हैं, जिसके चलते काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अराजकता फैल गई है।

तालिबान के आतंक से अफगानिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल है। तालिबानी हवाई फायरिंग कर रहे हैं। भगदड़ के दौरान मासूम बच्चों की हत्या कर रहे हैं। अफगानिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री ने यह दावा किया है। उन्होंने ट्विटर पर कुछ तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। पूर्व गृह मंत्री मसूद अंद्राबी ने कहा कि तालिबानी निर्दोष बच्चों की हत्या कर रहे, उन्हें डरा रहे हैं, क्योंकि वे क्रूरता से सत्ता जीतने पर विश्चास रखते हैं।

मसूद अंद्राबी, जिसे मार्च 2021 में अशरफ गनी सरकार द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने एक छोटे बच्चे सहित कई लोगों की चौंकाने वाली तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनकी तालिबानियों ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी। उन्होंने दावा किया कि पिछले हफ्ते काबुल में कब्जा जमाने वाले तालिबानी शासकों ने पूरे अफगानिस्तान पर अपना नियंत्रण कर लिया है। वे छोटे बच्चों और बुजुर्ग नागरिकों को डरा रहे हैं और उन पर शासन करने की कोशिश कर रहा है। अंद्राबी ने कहा कि तालिबान इस तरह आतंकवाद के जरिए राष्ट्र पर शासन नहीं कर सकता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मणिपुर में बिहार के लोगों से हफ्ता वसूली, हिंसा के लिए महिला ब्रिगेड: रिपोर्ट से कुकी संगठनों की साजिश उजागर, दंगाइयों को छुड़ाकर भी...

मणिपुर में हिंसा फैलाने के लम्बी चौड़ी साजिश रची गई थी। इसके लिए कुकी आतंकी संगठनों ने महिला ब्रिगेड तैयार की।

404 एकड़ जमीन, बसे हैं 600 हिंदू-ईसाई परिवार: उजाड़ना चाहता है वक्फ बोर्ड, जानिए क्या है केरल का मुनम्बम भूमि विवाद जिसे केंद्रीय मंत्री...

एर्नाकुलम जिले के मुनम्बम के तटीय क्षेत्र में वक्फ भूमि विवाद करीब 404 एकड़ जमीन का है। इस जमीन पर मुख्य रूप से लैटिन कैथोलिक समुदाय के ईसाई और पिछड़े वर्गों के हिंदू परिवार बसे हुए हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -