‘जेहादी बेगम’ (ISIS Bride) नाम से दुनिया भर में कुख्यात ISIS आतंकी की दुल्हन शमीमा बेगम से मिलकर आए एक पर्यटक ने लोगों को ग़लतफ़हमी से दूर रहने की चेतावनी दी है। 56 वर्षीय पर्यटक एंड्रयू ड्रुरी ने कहा है कि लोग जिहादी बेगम शमीमा को पीड़िता समझने की भूल न करें। एंड्र्यू का मानना है कि अपने 2 सालों के परिचय में शमीमा ने उनका भी ब्रेनवॉश करने की कोशिश की। उन्होंने जेहादी बेगम की अपील को महज दिखावा करार दिया।
डेलीमेल के मुताबिक, खतरनाक जगहों पर यात्रा करने के लिए चर्चित एंड्रयू ड्रुरी ने शमीमा को ब्रिटेन में वापस लाने पर अपनी असहमति जताई। उन्होंने शमीमा के वकीलों के उन दावों का भी खंडन किया, जिसमें जेहादी बेगम को अपरिपक्व साबित करने का प्रयास हुआ था। बकौल ड्रुरी, शमीमा ने हवाई अड्डों से लेकर बॉर्डर तक अकेले बिना किसी की मदद के पार किया था। ऐसे में उसको नासमझ कहना भूल होगी।
शमीमा से अपनी बातचीत 2 साल पुरानी बताते हुए 4 बच्चों के पिता एंड्रयू ड्रुरी ने कहा कि वो शमीमा से 2 साल तक व्हाट्सएप के जरिए सम्पर्क में थे। दोस्ती पक्की हो जाने के बाद दोनों की पहली मुलाकात जून 2021 में सीरिया में बने अल-रोज शिविर में हुई थी। एंड्रयू का दावा है कि शमीमा कोई गूंगी या दूध पीती बच्ची नहीं है। अपनी बातचीत के दौरान एंड्रयू को लगा कि जेहादी बेगम शमीमा उन्हें भी अपनी तरह बनाने की कोशिश कर रही थी। इराक के साथ उत्तर कोरिया और चेर्नोबिल जैसी जगहों की यात्रा कर चुके एंड्रयू ड्रुरी ने कहा कि जब उन्होंने सुना कि शमीमा को अब अपने बच्चों की मौत का दुख नहीं है तो वह चकित रह गए।
यात्री ड्रुरी ने बताया कि जेहादी बेगम शमीमा को टीवी इंटरव्यू देना काफी पसंद है। BBC की डॉक्यूमेंट्री के अलावा शमीमा एक मैगजीन के कवर पर भी छप चुकी है। इसके अलावा, वो एक अन्य टीवी संस्थान को भी इंटरव्यू दे चुकी हैं। शमीमा द्वारा दुखी होकर आत्महत्या के प्रयासों जैसी मीडिया रिपोर्ट्स का भी डुरी ने खंडन किया। उन्होंने शमीमा को आतंकी संगठन ISIS की मॉरल पुलिस का हिस्सा बताया। ड्रुरी ने अंतिम बार शमीमा को जून 2022 में देखा था।
गौरतलब है कि BBC की प्रोपोगेंडा डॉक्यूमेंट्री द्वारा किए गए दुष्प्रचार के बाद भी 22 फरवरी 2023 को ब्रिटेन ने जेहादी बेगम शमीमा को नागरिकता देने से इंकार कर दिया था। मामले पर फैसला सुनाते हुए ब्रिटिश कोर्ट ने कहा था कि अब शमीमा इंग्लैंड लौटने के काबिल नहीं है।
अब 23 साल की हो चुकी शमीमा 15 साल की उम्र में साल 2015 में अपनी 2 सहेलियों के साथ ISIS आतंकियों को यौन सुख देने ब्रिटेन से सीरिया चली गईं थी। वहाँ जाकर शमीमा ने 23 साल के आतंकी से निकाह भी कर लिया था। अब शमीमा ने ब्रिटेन वापस लौटने की गुहार लगाई थी। इसके बाद उसके पक्ष में कई वामपंथी मानवता को ढाल बनाकर माहौल तैयार कर रहे थे।