चीन के बुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस का कहर इन दिनों चीन के बाद सबसे अधिक इटली में फैला हुआ है। इस पर पोप फ्रांसिस ने कहा है कि ऐसे समय में लोगों को परिवार के साथ जुड़ने के लिए संगरोध में समय का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने गॉड से कोरोनो वायरस को अपने हाथ से रोकने के लिए कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस क्या है, इसके लक्षण क्या हैं इसे लेकर आपको डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। वहीं कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रहे इटली में मंगलवार तक वायरस के 27,980 मरीज सामने आ चुके हैं और इसकी चपेट में आने से अब तक अकेले इटली में 2,503 मौतें हो चुकी हैं।
वहीं पोप फ्रांसिस पिछले कुछ दिनों से अपना समय वेटिकन में बिता रहे हैं, हालांकि उन्होंने इटालियन राजधानी में दो चर्चों में बीमारी के पीड़ितों के लिए प्रार्थना करने के लिए रविवार दोपहर को देश के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को खारिज कर दिया। पोप फ्रांसिस बुधवार को वेटिकन में एपोस्टोलिक महल की एक लाइब्रेरी में आयोजित एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इसके बाद डेली मेल की खबर के मुताबिक पोप ने बुधवार को दैनिक इतालवी प्रकाशन ला रिपब्लिका से बात करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा कि उन्होंने गॉड से ‘अपने हाथों से’ इटली में महामारी को रोकने के लिए कहा है।
In solidarity with Pope Francis’ prayer for protection against and an end to the COVID-19, we, as an Angelenean family, are called to participate in the worldwide praying of the Holy Rosary at exactly 9 PM on the Solemnity of St. Joseph, Patron of the Universal Church. pic.twitter.com/iC1lAHIHkW
— AUF IS (@aufisofficial) March 19, 2020
दरअसल, इटालियन सरकार ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए घोषणा की थी कि सार्वजनिक रूप से रहते हुए एक मीटर की दूरी बनाए रखें। इससे पहले कोरोना वायरस संकट में अपनों को खो चुके लोगों को संबोधित करते हुए, पोप ने कहा था कि ‘मैं हर किसी से उन लोगों के करीब रहने के लिए कहता हूँ जिन्होंने इस आपदा में अपनों को खो दिया है। हर संभव किसी भी तरीके से उनके करीब हो।
आपको बता दें कि पोप खुद पिछले महीने से ठंड से पीड़ित हैं। इसके बाद भी उन्होंने इतालवी सरकार द्वारा घर के अंदर रहने की सलाह को टाला और रविवार को रोम की सुनसान गलियों से वायरस के अंत की प्रार्थना करने के लिए चर्च की ओर चले गए। वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने कहा कि अपनी सुरक्षा बढ़ाने पर भड़के 83 वर्षीय पोप, जोकि खुद ठंड से पीड़ित हैं उन्होंने सड़कों पर चलने का फैसला किया ‘जैसे कि वह एक तीर्थयात्रा पर निकले हों।
Photo for surreal times: Pope Francis in broad daylight yesterday walking down one of Rome’s main shopping avenues. Barely anybody else was out on the streets. pic.twitter.com/emt3gumQb5
— Chico Harlan (@chicoharlan) March 16, 2020