अमेरिका ने यमन में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान AQAP (अल-कायदा इन अरब पेनिनसुला) के संस्थापक और अल-कायदा के दूसरे नंबर के नेता कासिम अल-रिमी को यमन में मार गिराया। कासिम अल-रिमी के साथ ही इस अमेरिकी हमले में अल-कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी भी मारा गया।
स्वयं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कासिम अल-रिमी को ढेर किए जाने का दावा किया है। कासिम अल-रिमी को अलकायदा ने अरब देशों में आतंक की कमान संभालने की जिम्मेदारी दे रखी थी। उसे आतंकी सरगना अयमान-अल जवाहिरी के बाद अलकायदा में दूसरे नंबर पर माना जाता था।
The White House: At the direction of President Donald Trump, the US conducted a counterterrorism operation in Yemen that successfully eliminated Qasim al-Rimi, a founder and the leader of al-Qa’ida in the Arabian Peninsula (AQAP) & a deputy to al-Qa’ida leader Ayman al-Zawahiri. pic.twitter.com/LeqPRX2dcJ
— ANI (@ANI) February 7, 2020
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा, “रिमी के नेतृत्व में ‘अल-कायदा इन अरब पेनिनसुला’ (एक्यूएपी) ने यमन में नागरिकों के खिलाफ अनुचित हिंसा की, अमेरिका और हमारी सेना के खिलाफ कई हमलों को अंजाम दिया।” अपने बयान में ट्रंप ने आगे कहा, “उसकी मौत से एक्यूएपी और कमजोर होगा, साथ ही विश्व स्तर पर अल कायदा भी कमजोर पड़ेगा। यह हमें हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले ऐसे संगठनों का अंत करने के हमारे लक्ष्य के और करीब लाता है।”
ट्रंप ने कहा है कि उनके निर्देश पर अमेरिकी ने आतंक रोधी ऑपरेशन को अंजाम दिया है। ज्ञात हो कि कासिम अल-रिमी ने ही पिछले साल अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित पेंसकोला नौसैनिक बेस पर एक सऊदी ट्रेनी ने फायरिंग कर तीन अमेरिकी नौसैनिकों की हत्या कर दी थी। ट्रंप ने बयान में कहा रिमी की मौत के बाद अमेरिका और उसके सहयोगी अब और ज्यादा सुरक्षित हैं।
अलकायदा प्रमुख अयमान अल जवाहिरी के सहयोगी कासिम अल-रिमी (46) को 2015 में अमेरिका के सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल किया था। अमेरिका ने रिमी की सूचना देने वाले को एक करोड़ डॉलर का पुरस्कार देने की घोषणा की थी।
अमेरिका एक्यूएपी को ओसामा बिन लादेन द्वारा स्थापित अल कायदा की सबसे खूंखार शाखाओं में से एक मानता आया है। यमन में ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि मरिब इलाके में रिमी ड्रोन हमले में मारा गया है।