अमेरिका में 2 महीने पहले बाल्टीमोर में एक जहाज पुल से टकराकर वहीं फँस गया था। इस हादसे के 2 माह बीत जाने के बाद भी मर्चेट शिप ‘डॉली’ अब भी वहीं फँसा हुआ है। उस जहाज के साथ ही उसका चालक दल भी उसी पर फँसा हुआ है। उस चालक दल के 22 सदस्य अब भी जहाज पर फँसे हुए हैं। यहाँ तक कि उस क्रू के सभी मेंबर्स के पास फोन तक नहीं है, वो भी उनसे ले लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि वीजा से जुड़ी दिक्कतों के चलते सभी लोग वहाँ पर फँसे हुए हैं।
बता दें कि 26 मार्च 2024 को डॉली नाम का जहाज फ्रांसिस स्कॉट ब्रिज से टकरा गया था। इस टक्कर से पुल टूट गया था और पटाप्स्को नदी में गिर गया। इस जहाज पर कुल 22 लोग सवार थे, जिसमें एक व्यक्ति श्रीलंका से था और बाकी के लोग भारत से। इस हादसे के बाद जहाज की बिजली गुम हो गई और जहाज आगे बढ़ने में नाकाम रहा। लेकिन अब जानकारी सामने आ रही है कि पूरा का पूरा क्रू मेंबर उसी जहाज पर फँसा हुआ है। न तो वो बाहर आ पा रहा है और न ही उस क्रू टीम के पास कोई मोबाइल फोन है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि चालक दल वीजा प्रतिबंधों, अपेक्षित तट पास की कमी और राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) और एफबीआई की जाँच की वजह से उन्हें जाने नहीं दिया गया है।
द इंडिपेंडेंट से बात करते हुए सिनर्जी मरीन ग्रुप के प्रवक्ता डेरेल विल्सन ने कहा कि एफबीआई ने इस हादसे की जाँच के दौरान क्रू मेंबर्स के फोन जब्त कर लिए थे। हालाँकि उनके फोन क्यों जब्त किए गए, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है और न ही ये बात पता चल पाई है कि उनके फोन कब लौटाए जाएँगे। उन्होंने कहा कि ये पता नहीं चल पा रहा है कि अभी तक क्रू मेंबर्स को जहाज पर क्यों रोक कर रखा गया है।
बाल्टीमोर इंटरनेशनल सीफरर्स सेंटर के कार्यकारी निदेशक जोशुआ मेसिक ने कहा कि क्रू मेंबर ऑनलाइन बैंकिंग तक नहीं कर सकते। वो अपने बिलों का भुगतान भी नहीं कर सकते न ही को किसी से संपर्क कर सकते हैं। वो लोग पूरी दुनिया से अलग-थलग हैं। ये बेहद दुखद स्थिति है। 11 मई को एक संयुक्त बयान में सिंगापुर मैरीटाइम ऑफिसर्स यूनियन और सिंगापुर ऑर्गनाइजेशन ऑफ सीमेन ने भी फँसे हुए क्रू मेंबर्स को लेकर चिंता जताई थी।
गौतरलब है कि 26 मार्च 2024 को बाल्टीमोर के फ्रांसिस स्कॉट ब्रिज से डॉली नाम का मर्चेंट शिप टकरा गया था। इस धमाके की वजह से जहाज में भी थोड़ी आग लग गई थी और पुल भी छतिग्रस्त होकर गिर गया था। इस जहाज पर 22 लोगों का क्रू मेंबर था, लेकिन इसे स्थानीय कैप्टन चला रहे थे। ये शिप बाल्टीमोर बंदरगाह से दूर जा रहा था।