Sunday, December 22, 2024
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पार्टी की, दारू पिया… फिर हवा का इंजेक्शन दे नवजात को मार डाला नर्स ने, जुड़वाँ बहन भी टारगेट: 1 साल में 7 बच्चों की हत्या, भारतीय डॉक्टर ने पकड़वाया

इतना ही नहीं, उन्हें दोषी नर्स से माफी माँगने के लिए भी मजबूर किया गया। उन्होंने बच्चों की मौत पर अफसोस जताते हुए कहा कि उन्हें तत्कालीन मुख्य कार्यकारी टोनी चेम्बर्स ने अपनी हद में रहने और नतीजे भुगतने की चेतावनी भी दी थी।

ब्रिटेन में एक नर्स अस्पताल के वार्ड में ही नवजात बच्चों को गलत इंजेक्शन देकर हत्या कर देती थी। रवि जयराम नाम के एक भारतीय डॉक्टर की सजगता के कारण इस मामले का खुलासा हुआ। इस डॉक्टर के कारण कई बच्चों की जान बच गई। यूके की ‘काउंटेस ऑफ चेस्टर’ अस्पताल की हत्यारिन नर्स लूसी लेटबी के इस शैतानी काम के लिए कोर्ट ने उसे दोषी करार दिया है।

33 साल की यह नर्स लूसी लेटबी अस्पताल के नवजात बच्चों के वार्ड में तैनात थी। वहीं वह अपने खूनी इरादों को अंजाम देती थी। लूसी ने जून 2015 से 2016 तक 7 नवजात बच्चों की हत्या कर दी। वहीं, 6 बच्चों की हत्या की कोशिश की। लूसी ने नवजात बच्चों को हवा का इंजेक्शन लगाकर, जबरन दूध पिलाकर और इंसुलिन में जहर देकर मार दिया था।

लूसी पर नवंबर 2020 में हत्या और हत्या की कोशिश का आरोप लगाया गया था। ये मुकदमा अक्टूबर 2022 में शुरू होकर 10 महीने से अधिक समय तक चला। इसके बाद लूसी को 7 बच्चों की हत्या और 6 बच्चों की हत्या की कोशिश का दोषी करार दिया गया। मैनचेस्टर क्राउन कोर्ट इस मामले में सोमवार (21 अगस्त 2023) को सजा सुनाएगा।

पहले शिकार से पहले पी थी शराब

द सन के मुताबिक, लूसी लेटबी ने सबसे पहले बच्चे की हत्या करने से एक दिन पहले ‘हेन वीकेंड’ मनाया था। इस वीकेंड उत्सव में शादी करने जा रही लड़की के साथ केवल महिलाएँ ही एक हफ्ते तक रहती हैं। जून 2015 में वह 16 दोस्तों के साथ मुस्कुराती उसकी तस्वीर भी सामने आई है।

नर्स लूसी लेटबी ‘हेन वीकेंड’ में (साभार- द सन)

इस ‘हेन पार्टी’ के दौरान उसने अपने दोस्तों के साथ जमकर शराब पी। इसके बाद अगले दिन यानी 8 जून 2015 को अपने काम पर लौटी। अस्पताल आने के 90 मिनट के अंदर ही उसने एक नवजात शिशु की हत्या कर दी। जाँच के दौरान नर्स लूसी ने स्वीकार किया, “यह भयानक है। मुझे उस रात काम भी नहीं करना चाहिए था।”

उस मृतक शिशु ‘बेबी ए’ का जन्म समय से 12 सप्ताह पहले ही हुआ था और उसका वजन 3 पाउंड 12 औंस था। उसके जन्म के 24 घंटे के भीतर ही नर्स लूसी ने हवा का इंजेक्शन देकर उसकी हत्या कर दी। इसके 28 घंटे बाद लूसी ने ‘बेबी ए’ की जुड़वाँ बहन ‘बेबी बी’ की हत्या करने की कोशिश की।

लुसी लेटबी के बेडरूम से 2016 का उसका लिखा एक नोट बरामद किया गया था। इस दिल दहलाने वाले नोट में उसने लिखा था, “मैंने उन्हें जानबूझकर मार डाला, क्योंकि मैं बहुत अच्छी नहीं हूँ। मैं कभी बच्चे पैदा नहीं करूँगी, शादी नहीं करूँगी। यह भी नहीं जानूँगी कि परिवार बनाना क्या होता है। मैं एक भयानक और दुष्ट व्यक्ति हूँ। इसे मैंने किया है।”

लूसीलेटबी का नोट (साभार -द सन)

भारतीय डॉक्टर की वजह से खुला लूसी का राज

जानकारी के मुताबिक, चेस्टर काउंटेस अस्पताल में सलाहकार बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रवि जयराम ने कहा कि लूसी लेटबी को लेकर उन्होंने अस्पताल प्रशासन को कई बार बताया था। आईटीवी न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने उनकी चिंताओं पर ध्यान नहीं दिया।

इतना ही नहीं, उन्हें दोषी नर्स से माफी माँगने के लिए भी मजबूर किया गया। उन्होंने बच्चों की मौत पर अफसोस जताते हुए कहा कि उन्हें तत्कालीन मुख्य कार्यकारी टोनी चेम्बर्स ने अपनी हद में रहने और नतीजे भुगतने की चेतावनी भी दी थी।

डॉक्टर रवि ने बताया कि उन्हें लूसी पर उसी रात शक हो गया था, जब वे इनक्यूबेटर की ओर गए तो मॉनीटर पर देखा कि ऑक्सीजन की मात्रा खतरनाक स्तर तक गिरी हुई है। इस दौरान लूसी वहीं थी, लेकिन उसने बच्चे को बचाने के लिए कुछ नहीं किया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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