Monday, December 23, 2024
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रूस कभी भी कर सकता है यूक्रेन पर हमला: युद्ध की आशंका के बीच भारत ने अपने 20000 नागरिकों को देश छोड़ने को कहा, जारी की एडवाइजरी

भारत द्वारा जारी एडवाइजरी में नागरिकों से यूक्रेन में अपनी उपस्थिति के बारे में दूतावास को अपडेट देने के लिए भी कहा ताकि अधिकारियों को जब भी आवश्यकता हो, मदद के लिए पहुँचने में आसानी हो।

रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले की अटकलों के बीच भारत ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है और उन्हें अस्थायी रूप से यूक्रेन छोड़ने को कहा है। कीव में भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की अनिश्चितताओं को देखते हुए, भारतीय नागरिक, विशेष रूप से ऐसे छात्र, जिनका रहना आवश्यक नहीं है, अस्थायी रूप से छोड़ने का सुझाव दिया है।”

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन में 20 हज़ार से अधिक भारतीय छात्र और नागरिक यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में रहते हैं, जिसमें सीमावर्ती इलाके भी शामिल हैं। हालाँकि अभी यूक्रेन में उड़ानों पर कोई संकट नहीं है, लेकिन पिछले दो दिनों में ही फ्लाइट टिकट दोगुने दाम दोगुनी हो गई है।

भारत द्वारा जारी एडवाइजरी में नागरिकों से यूक्रेन में अपनी उपस्थिति के बारे में दूतावास को अपडेट देने के लिए भी कहा ताकि अधिकारियों को जब भी आवश्यकता हो, मदद के लिए पहुँचने में आसानी हो। साथ ही बताया गया है कि दूतावास सामान्य रूप से काम करता रहेगा। यह आदेश दो दिन बाद है जब संयुक्त राज्य अमेरिका ने यूक्रेन में अपने दूतावास को खाली करने का फैसला किया और सभी अमेरिकी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने के लिए कहा। भारत ने चेतावनी दी कि रूस किसी भी समय आक्रमण कर सकता है।

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जोर देकर कहा था कि अमेरिका किसी भी शर्त पर यूक्रेन में अपने सैनिक नहीं भेजेगा क्योंकि अमेरिकी और रूसी का एक दूसरे पर गोली चलाना एक ‘विश्व युद्ध’ होगा। अपने रूसी समकक्ष से फोन पर बात करते हुए, बाइडेन ने भी गंभीर प्रतिबन्ध का संकेत दिया था कि अगर रूस यूक्रेन पर आक्रमण करता है तो अमेरिका रूस पर लगाएगा।

इस बीच रूस ने भी यूक्रेन में सीमा के पास सैनिकों के बड़े पैमाने पर जमावड़े बीच अपने कर्मचारियों को वहाँ से हटाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि रूस ने यूक्रेन सीमा पर एक लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। जबकि रूस लगातार कह रहा है कि उसका हमला करने का कोई इरादा नहीं है, वहीं अमेरिका ने दुनिया भर के अन्य देशों को जल्द से जल्द यूक्रेन छोड़ने का सुझाव दिया है।

गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद ने यूक्रेन में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर अपने 1 लाख से ज्यादा सैनिक तैनात किए हुए हैं और वो कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकते हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की का फेसबुक पोस्ट भी सामने आया है। इस फेसबुक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि उन्हें बताया गया है कि 16 फरवरी यूक्रेन पर हमले का दिन होगा। लेकिन यूक्रेन इस दिन एकता दिवस मनाएगा। इससे जुड़े दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।

यूक्रेन और रूस के बीच क्या विवाद है?

यूक्रेन और रूस के बीच का पूरा विवाद नाटो में शामिल होने को लेकर है। यूक्रेन की सालों से कोशिशें हैं कि वो नाटो का हिस्सा बने जबकि ऐसा नहीं चाहता। उसकी दिक्कत है नाटो जो कि एक सैन्य समूह है उसमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे 30 देश शामिल हैं और रूस के कई पड़ोसी देश इसका हि्सा हैं। रूस का पक्ष है कि अगर यूक्रेन भी नाटो का हिस्सा बनातो वो चारो ओर से अपने दुश्मनों से घिर जाएगा और अमेरिका जैसे देश उस पर हावी होंगे। इसके अलावा यदि भविष्य में रूस ने यूक्रेन पर कोई हमला किया तो भी उसके नाटो से जुड़ने पर 30 देश रूस के दुश्मन बन जाएँगे और यूक्रेन की सैन्य सहायता में आगे रहेंगे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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