रविवार (21 मई, 2023) की शाम एक वीडियो खासा वायरल हुआ। ये वीडियो है ओशिआनिया के एक देश पापुआ न्यू गिनी का। ये एक छोटा देश है, लेकिन दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा द्वीपीय देश है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के हिरोशिमा में G-7 की बैठक में हिस्सा लेकर सीधे पापुआ न्यू गिनी पहुँचे। वहाँ के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने जिस तरह से पीएम मोदी का स्वागत किया, उसने सबका दिल छू लिया। लोग न सिर्फ इसे भारत के बढ़ते प्रभाव के रूप में देश रहे हैं, बल्कि भारतीय संस्कारों के प्रसार का भी एक रूप मान रहे हैं।
जेम्स मारापे ने पाँव छू कर पीएम मोदी का स्वागत किया। वो सम्मान में पीएम मोदी के आगे झुके, बदले में पीएम मोदी ने भी उन्हें गले लगाया। असल में ये सब अचानक नहीं हुआ है, भारत ने इसे कमाया है। इसे समझने के लिए हमें 2 साल पहले जाना होगा। वो तारीख़ थी – 13 अप्रैल, 2021. यही वो दिन था, जब पापुआ न्यू गिनी को भारत ने 1,32,000 कोविड वैक्सीन की खेप भेजी थी। ये वो समय था, जब अधिकतर वैक्सीन निर्माता देश एक्सपोर्ट में कटौती कर रहे थे।
ऐसे समय में भारत ने AstraZeneca कोविड-19 वैक्सीन की ये खेप पापुआ न्यू गिनी को उस समय भेजी, जब दुनिया भर में कोरोना के कारण स्थिति बेहाल थी और इस वैश्विक महामारी से लगातार मौतें हो रही थीं। भारत ने UNICEF के साथ मिल कर कई अन्य देशों को भी कोरोना टीके की खेप पहुँचाई थी। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार प्रशांत महासागर में स्थित इस देश के मदद के लिए सामने आई थी। यही मुख्य कारण है कि आज वहाँ के पीएम भारत के पीएम का पाँव छू कर उन्हें सम्मान दे रहे हैं।
The Indian community in Papua New Guinea came in large numbers and showed remarkable affection. Thankful to them for the memorable welcome. pic.twitter.com/K1BT4RGe7B
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2023
ये वो समय था, जब पापुआ न्यू गिनी की स्वाथ्य व्यवस्था लचर हो गई थी और वहाँ कोरोना संक्रमण बढ़ता ही चला जा रहा है। भारत ने उस समय स्वदेश में लोगों के टीकाकरण पर जोर दिया हुआ था, लेकिन इसके बावजूद पापुआ न्यू गिनी को वैक्सीन देकर उसकी मदद की गई। ये एक गरीब देश है, जिसके बाद बड़ी मात्रा में वैक्सीन खरीदने की क्षमता नहीं थी। इससे पहले लगभग एक करोड़ की जनसंख्या वाले इस देश के लिए ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 8000 वैक्सीन डोज की खेल भेजी थी।