Thursday, November 7, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयडोनाल्ड ट्रंप को बनाया सबका 'किंग', राम मंदिर के लिए उठाई आवाज: मिलिए भारतवंशी...

डोनाल्ड ट्रंप को बनाया सबका ‘किंग’, राम मंदिर के लिए उठाई आवाज: मिलिए भारतवंशी काश पटेल से, बन सकते हैं अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के चीफ

डोनाल्ड ट्रंप के करीबी के तौर पर पहचाने जाने वाले काश पटेल भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं, जिनका जन्म 1980 में न्यूयॉर्क में हुआ था। उन्होंने कानून की पढ़ाई की है और विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया है, जो डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक कश्यप पटेल उर्फ काश पटेल नाम की चर्चा बहुत तेज है। कहा जा रहा है कि अमेरिका में ट्रंप के इस कार्यकाल में खुफिया एजेंसी सीआईए का चीफ काश पटेल को बनाया जाए या फिर ट्रंप की कैबिनेट में उन्हें कोई अन्य ऊँचा पद मिलेगा। रिपोर्ट्स बताती हैं कि ट्रंप ने उन्हें इस पद पर नियुक्त करने का विचार पहले ही बना लिया था चर्चाएँ बस उनके राष्ट्रपति चुने जाने के बाद शुरू हुई है।

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के करीबी के तौर पर पहचाने जाने वाले काश पटेल भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं, जिनका जन्म 1980 में न्यूयॉर्क में हुआ, लेकिन उनकी जड़े गुजरात के वडोदरा से हैं। उन्होंने अमेरिका में कानून की पढ़ाई की है और विभिन्न सरकारी पदों पर काम किया है और बाद में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाईं।

उन्होंने ट्रंप के कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद विरोधी सलाहकार के रूप में कार्य किया और कार्यवाहक रक्षा सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ का पद भी संभाला। इसके अलावा उन्होंने कई महत्वपूर्ण अभियानों का नेतृत्व किया जैसे ISIS और अलकायदा आदि।

बताया जाता है कि 2016 में ट्रंप की सत्ता आने के बाद रूसी हस्तक्षेप को लेकर बनी एक समिति में शामिल किया गया। इस पर काम करने के दौरान ट्रंप का उनपर विश्वास बढ़ा और वो सफलता की सीढ़ी चढ़ते गए। अमेरिका के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए काश ने कभी अपने धर्म का मखौल नहीं बनाया। उन्होंने समय-समय पर हिंदुओं के लिए आवाज उठाई।

इसके अलावा जब राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हुई तब भी वह खुलकर राम मंदिर के समर्थन में आए थे। उन्होंने विदेशी मीडिया को लताड़ लगाते हुए कहा था कि मीडिया ने अयोध्या के 50 सालों की बात की जबकि हिंदू मंदिर का इतिहास 5000 साल पुराना है और मीडिया वो बताने से बची ताकि भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा सके।

काश पटेल, ट्रंप के प्रति निष्ठा कई बार जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने ट्रम्प को बच्चों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए एक किताब द प्लॉट अगेंस्ट द किंग लिखी है। इसके अलावा उन्होंने “गवर्नमेंट गैंगस्टर्स: द डीप स्टेट, द ट्रुथ, एंड द बैटल फॉर अवर डेमोक्रेसी” नाम की एक किताब लिखी है। इसमें उन्होंने बताया है कि सरकार में किस कदर भ्रष्टाचार फैला हुआ है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अब ‘डिग्री’ वाले मौलवी नहीं होंगे पैदा, पर बच्चों को आधुनिक शिक्षा से दूर रखना कितना जायज: क्या मदरसा एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के...

अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उच्च शिक्षा से संबंधित फाजिल और कामिल पर मदरसा अधिनियम के प्रावधान असंवैधानिक हैं।

हिंदू राष्ट्र पर बात ‘विभाजनकारी’, लव जिहाद पर बात ‘विद्वेष’: क्या है ये NBDSA जिसने बाबा बागेश्वर का वीडियो हटाने को कहा, क्यों इसे...

'बाबा बागेश्वर' के साथ न्यूज18 के एक इंटरव्यू को NBDSA ने हाल ही में यूट्यूब समेत बाकी प्लेटफॉर्म से हटाने का आदेश दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -