रूस में भारतीयों को सेना में जबरन भर्ती कराए जाने के आरोपों के बीच एक नाम सामने आया है, ये नाम है यूट्यूबर फैसल खान का, जिसका पूरा नाम अब्दुल मुतल्लिब खान है। वो इस पूरे रैकेट को चलाता था और बाबा व्लॉग्स नाम से यूट्यूब चैनल भी चलाता था। महज पाँचवीं कक्षा तक पढ़े फैसल खान पर जबरन धर्मांतरण जैसे आरोप भी हैं, जिसमें उससे पूछताछ भी की गई थी। बाद में वो दुबई चला गया और फिर मैन-पॉवर मैनेजमेंट की एक कंपनी चलाने लगा।
भारत की जाँच एजेंसियों ने युवकों को धोखे से रूसी सेना में भर्ती कराने वाले एक रैकेट को पकड़ा है, जिससे जुड़े 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग भारतीयों को रूस की नागरिकता एवं अन्य लालच देकर उन्हें रूस बुलाते थे। फिर उन्हें सेना में भर्ती करा देते थे। इस रैकेट से ही फैसल खान के भी जुड़ने की जानकारी आ रही है। वो अपने वीडियो में कहता था कि उन लोगों को रूसी सेना के साथ जोड़ा जाएगा, लेकिन उनका काम सहायकों का होगा, लड़ाकू भूमिका की नहीं। जबकि रूस के अग्रिम मोर्चे पर दो भारतीयों की जान जा चुकी है, जिसके बाद एजेंसियों ने इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
इस पूरे मामले में जिस फैसल खान का नाम सामने आ रहा है, वो लोगों को रूसी सेना में हर महीने 2 लाख की सैलरी दिलाने का वादा करके भेजता था। फैसल खान बाबा व्लॉग्स नाम से यूट्यूब चैनल चलाता है। वो वीडियो के माध्यम से लोगों को रूस आने की लालच देता था। सितंबर 2023 में ऐसे ही एक वीडियो में फैसल खान ने अपने सब्सक्राइबर्स से वादा किया था कि रूसी सेना में शामिल होने वालों को मोटी तनख्वाह के अलावा एक सरकारी कार्ड भी मिलेगा। यह उन्हें स्थाई निवास पाने में मदद करेगा।
फैसल ने कथित तौर पर रूसी सेना में सहायक भूमिकाओं में नौकरी का वादा करके बड़ी संख्या में भारतीयों को रूस भेजा। उनमें से एक मोहम्मद अफसान थे, जिसकी यूक्रेन में रूस के अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई के दौरान मौत हो गई। इस वीडियो में फैसल लोगों को लालच दे रहा है।
इस पूरे मुद्दे पर भारत सरकार के विदेश मामलों के मंत्रालयय (MEA) का बयान भी सामने आया है, जिसमें सरकार ने कहा है कि उसने रूसी प्रशासन से ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है, जो भारतीयों को धोखा देकर रूस बुला रहे हैं और उन्हें सेना में भर्ती करा रहे हैं। अभी भी कई भारतीय रूस में हैं, जिन्हें वापस लाने की कोशिश की जा रही है।
कौन है फैसल खान, जिसके वीडियो के बाद रूस गए भारतीय
फैसल खान एक मैनपावर कंसल्टेंसी फर्म चलाते हैं, जो कई देशों में कर्मचारी उपलब्ध कराती है। उसकी उम्र लगभग 30 वर्ष के बीच है। फैसल खान का दावा है कि उसने 35 लोगों को रूस भेजा। उन्हें रूस ने बताया था कि भारतीयों को युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर तैनात नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह खुद पीड़ित हैं।
फैसल खान ने दावा किया कि उन्होंने उन्हें वापस लाने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि इन लोगों के रूस पहुँचने के बाद जो हुआ वह उनके नियंत्रण से बाहर था। खान ने कहा कि जो लोग रूस गए वे सभी जोखिमों से अवगत थे। उन्होंने कहा कि अगर उनका इरादा उन्हें धोखा देने का होता तो वह कोई सबूत नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा कि उन्होंने रूस पर अपने वीडियो नहीं हटाए हैं क्योंकि वह दोषी नहीं हैं।
फैसल खान मुंबई के दादर का रहने वाला है। वो साल 2008 में दुबई गया था और शुरू में सेल्समैन के तौर पर काम किया था। साल 2026 में उसने अपनी कंसल्टेंसी बाबाव्लॉग्स शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक, साल 2018 में उससे धर्म परिवर्तन के मामले में पूछताछ भी की गई थी।