ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन के बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस एलनाज नौरोजी ने खुलासा किया है कि जो महसा अमीनी के साथ हुआ है, वही एक दिन उनके साथ होने वाला था। दरअसल, ईरान में इन दिनों हिजाब विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हिजाब नहीं पहनने के कारण महसा अमीनी नाम की लड़की का पुलिस की पिटाई से हुई मौत के बाद हुई। इस विरोध प्रदर्शन में अब तक 75 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हालाँकि, इसके बाद भी यह प्रदर्शन नहीं रुक रहा है जिस कारण हर रोज पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत की खबरें सामने आ रही हैं।
दरअसल, बॉलीवुड एक्ट्रेस एलनाज नौरोजी मूल रूप से ईरान की रहने वाली हैं उनका पूरा परिवार भी ईरान में ही रहता है। वह ईरान में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शन को लेकर बेहद परेशान हैं। इस बारे में उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में उन्होंने बताया है कि ईरान में छोटी-छोटी बातों को लेकर लोगों के साथ बुरी तरह व्यवहार किया जाता है। यदि वजह थोड़ी सी भी बड़ी हुई तो उन्हें पीटा भी जाता है।
इस वीडियो में एलनाज नौरोजी ने अपने साथ हुए एक हादसे के बारे में बात करते हुए कहा है, “महसा अमिनी के साथ जो हुआ वह मेरे साथ भी हो सकता था। कुछ साल पहले जब मैं ईरान के तेहरान में थी, तब मैं अपने कजिन ब्रदर के साथ बाहर घूम रही थी। इस दौरान, अचानक ही एक महिला मेरे सामने आ गई और मुझसे पूछने लगी कि ये क्या है? उसके सवाल से मुझे समझ नहीं आया था कि वो किस बारे में सवाल कर रही है। लेकिन, उसने मुझसे फिर पूछा- ये क्या है?”
उन्होंने आगे बताया है कि ईरान की मोरल पुलिस गश्त-ए-इरशाद ने उन्हें सिर्फ इसलिए पकड़ा था, क्योंकि उनकी जीन्स टाइट थी। उन्होंने बताया, “जीन्स टाइट होने की वजह से मेरे टखने नजर आ रहे थे। बस इतनी सी बात के कारण मुझे वैन में बैठाकर ‘री-एजुकेशन’ सेंटर ले जाया गया था। ये वही जगह है, जहाँ महसा अमिनी को ले जाया गया था। मैं वहाँ काफी देर तक बैठी रही। मुझे वहाँ तब तक उस जगह पर रखा गया, जब तक मेरे लिए ढीले-ढाले कपड़े नहीं आ गए थे।”
एलनाज नौरोजी ने ईरान के हालात पर बात करते हए आगे बताया है, “जब मुझे ‘री एजुकेशन सेंटर’ ले जाया गया था तब मुझसे मेरा फोन और पासपोर्ट छीन लिया गया था। वहाँ मुझे जिस तरह से डराया गया और बर्ताव किया गया, मैं तो क्या उससे कोई भी ईरान में रहना पसंद नहीं करेगा। ईरान में किसी को कभी भी उठाकर ले जाते हैं। वहाँ की मोरल पुलिस महिलाओं के नेल के कलर (नाखून के रंग), कपड़े, हिजाब किसी भी चीज के लिए पकड़कर ले जाती है।”
इंस्टाग्राम पर शेयर किए गए इस वीडियो में उन्होंने यह भी कहा है कि किसी भी महिला के साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए। ईरान में पुलिस महिलाओं की तस्वीरें और डिटेल्स लेती हैं। किसी को भी यह पता नहीं होता है कि वो लोग किस चीज के लिए किसे पकड़कर ले जाएँगे। जिन महिलाओं या लड़कियों को वो लोग उठाकर ले जाते हैं ऐसा बहुत कम बार होता है कि वह वापस आए।
बता दें, इससे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस मंदाना करीमी ने भी एक वीडियो शेयर करते हुए ईरान के हालात के बारे में बताया था। वीडियो में उन्होंने इमोशनल होते हुए कहा था कि अगर वह ईरान में होती तो शायद मार दी गई होतीं। उन्होंने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा था, “मेरा नाम मंदाना है। मैं ईरान से हूँ और मुंबई में रहती हूँ। मेरी माँ और दो भाई ईरान के तेहरान में हैं। ईरान प्रोटेस्ट के कारण सरकार ने इंटरनेट और संचार सेवाओं को बंद कर दिया है। ईरान के लोग खास करके महिलाएँ बस अपनी आजादी और जीने की माँग कर रही हैं। लेकिन उन्हें मार दिया जाता है, गिरफ्तार किया जाता है और सजा दी जाती है। हमें अपनी आवाज बनने के लिए दुनिया की जरूरत है, जो आवाज़ छीन ली गई है।”
गौरतलब है कि ईरान में हिजाब विरोध प्रदर्शन और तेज होते जा रहे हैं। यहाँ महिलाएँ बाल खोलकर बिना हिजाब के पुलिस के सामने प्रदर्शन कर रही हैं। यही नहीं, प्रदर्शनकारी महिलाएँ व लड़कियाँ अपने बाल काटकर व हिजाब जलाकर भी विरोध कर रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस विरोध प्रदर्शन में महिलाओं को पुरुषों का भी साथ मिल रहा है। सोमवार (26 सितंबर 2022) को भी ऐसा ही प्रदर्शन देखने को मिला है।
प्रदर्शन कर रही भीड़ ‘तानाशाह मुर्दाबाद’ के नारे लगाते हुई दिखाई दी। यह भीड़ ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई को तानाशाह बताते हुए नारेबाजी कर रही थी। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालाँकि, बढ़ते विरोध प्रदर्शन के बीच ईरान की तानाशाह सरकार ने सानंदाज और सरदाश्त के कुर्द शहरों में प्रदर्शनकारियों पर एक बार फिर गोलियाँ चलवाई हैं। इस गोलीबारी में कुछ लोगों के घायल होने की खबर है। ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन में अब तक 75 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
#IranProtests: Tonight in Qorveh, Sept 26, protesters shout: “Death to the dictator!” #MahsaAmini #OpIran #مهسا_امینی #اعتصابات_سراسری pic.twitter.com/vXRBTfXHxc
— IranHumanRights.org (@ICHRI) September 26, 2022