स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के बाद इस्कॉन (ISKCON) ने अपने भिक्षु अमोघ दास लीला दास पर एक माह का बैन लगा दिया है। मंगलवार (11 जुलाई 2023) को इस्कॉन ने लिखित तौर पर अमोघ लीला दास के बयान को गलत बताते हुए इस से संस्था को आहत बताया हैं। अमोघ लीला दास ने स्वामी विवेकानंद पर मछली खाने का आरोप लगाने के साथ उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस का भी मजाक उड़ाया था।
कोलकता इस्कॉन के उपाध्यक्ष राधारमण दास द्वारा जारी एक पत्र में स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस को भारतीय इतिहास की महान विभूति बताया गया है। द्वारका के भिक्ष अमोघ लीला दास की टिप्पणी को अनुचित बताते हुए उन पर 1 माह के लिए प्रतिबंध का भी एलान किया गया है। साथ ही बताया गया है कि अमोघ लीला दास ने अपने बयान पर माफ़ी भी माँग ली है। पत्र में 1 महीने को अमोघ लीला दास द्वारा प्रायश्चित के लिए निकाला गया समय बताया गया है।
इस दौरान अमोघ लीला दास सार्वजनिक जीवन से रहेंगे। इस्कॉन ने अमोघ लीला दास के बयान को जागरूकता की कमी माना है। खुद को अमोघ लीला दास के बयान से अलग करते हुए इस्कॉन ने लोगों से क्षमा भी माँगी है।
Hindu religious organisation ISKCON bans monk #AmoghLilaDas for a month over inappropriate comments about Swami Vivekananda and Ramakrishna Paramhans#SwamiVivekananda #RamakrishnaParamhans #ISKCON pic.twitter.com/Obp2LUOsLK
— WION (@WIONews) July 11, 2023
क्या था विवाद
दरअसल 11 जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अमोघ दास लीला कुछ लोगों को सम्बोधित कर हे थे। इस दौरान स्वामी विवेकानंद पर उन्होंने मछली खाने का आरोप लगाया और उनके दिव्यपुरुष होने पर सवाल खड़ा किया था। उन्होंने स्वामी विवेकानंद पर बैगन को तुलसी से बेहतर और गीता पढ़ने से फुटबाल खेलना बेहतर बताने का आरोप लगाया।
ISKCON punishes monk Amogh Lila Das for making derogatory & outrageous comments against Ramkrishna Paramhansa & Swami Vivekananda by banning him for one month. Monk Amogh Das will remain in the hills of Govardhan for one month & completely seclude himself from the public life… pic.twitter.com/hLx1AvPvqg
— Pooja Mehta (@pooja_news) July 11, 2023
अमोघ दास ने स्वामी विवेकानंद के गुरु रामकृष्ण परमहंस पर भी तंज कसा था। उन्होंने रामकृष्ण परमहंस के ‘जतो मत ततो पथ’ सिद्धांत को अव्यवहारिक बताया था।
कौन हैं अमोघ दास लीला
लखनऊ के मूल निवासी अमोघ दास लीला साल ने सन् 2000 में ही आध्यात्मिकता से जुड़ कर घर का त्याग कर दिया था। इस दौरान वो क्लास 12 के छात्र थे। इनके बचपन का नाम आशीष अरोड़ा है। थोड़े समय बाद वो घर फिर लौट कर गए और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। साल 2004 में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद अमोघ दास लीला एक अमेरिकी कम्पनी में प्रोजेक्ट मैनेजर की नौकरी करने लगे।
लेकिन महज 6 वर्षों के भीतर वर्ष 2010 में उन्होंने न सिर्फ इस नौकरी बल्कि कॉर्पोरेट जगत से विदा ले लिया। 29 साल की अवस्था में अमोघ लीला दास इस्कॉन से जुड़ गए। फिलहाल अमोघ 43 वर्ष के हैं जो इस्कॉन के द्वारका चैप्टर के उपाध्यक्ष की भूमिका में हैं। वह पिछले 12 वर्ष से इस्कॉन से जुड़े हुए हैं। सोशल मीडिया पर भी उनके कई फॉलोवर्स हैं।
आदिपुरुष पर लगाया था डायलॉग चोरी का आरोप
अमोघ लीला दास ने अपने एक प्रवचन के दौरान रामायण का कुछ ऐसे वर्णन किया था जिस से मिलता-जुलता डायलॉग ‘आदिपुरुष’ फिल्म में विवाद का केंद्र रहा। खुद अमोघ दास लीला ने एक बयान में ‘कपड़ा तेरे बाप का, जलेगी तेरे बाप की’ वाला डायलॉग अपने प्रवचन से चोरी करने का आरोप लगाया था। 6 जुलाई 2023 को शेयर हुए एक वीडियो में अमोघ दास लीला ने कहा था कि उन्होंने अपने प्रवचन में हनुमान का रिसोर्स मैनेजमेंट बताने का प्रयास किया था। तब घी, कपड़ा और आग रावण की थी और उस से रावण को ही नुकसान हुआ।
अमोघ दास ने मनोज मुंतशिर का नाम लेते हुए ‘आदिपुरुष’ को टपोरी जैसी फिल्म और कई दृश्यों को मर्यादा से नीचे बताया। तब ‘आदिपुरुष’ के निर्माताओं पर व्यंग करते हुए अमोघ दास ने उसके फ्लॉप होने को जनता द्वारा दिया गया दंड बताया था।