केरल के कन्नूर में हमले में गंभीर रूप से घायल हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक कार्यकर्ता की सोमवार (25 जुलाई, 2022) को मौत हो गई। माकपा के गुंडों ने आरएसएस के स्वयंसेवक जिमनेश पर एक दिन पहले कन्नूर के कुथुपरम्बा के पानुंडा में जानलेवा हमला किया गया था।
जिमनेश की मौत के बाद आरएसएस ने आरोप लगाया है कि वह एक दिन पहले कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ हुई झड़प के दौरान घायल हो गया, जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि सीपीएम के गुंडों ने जिमनेश और अन्य स्वयंसेवकों पर उस वक्त हमला किया, जब वे सभी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित गुरुदक्षिणा कार्यक्रम में भाग लेने के बाद घर वापस लौट रहे थे। हमले में गंभीर रूप से घायल हुए स्वयंसेवकों में ए आदर्श, पीवी जिष्णु, टी अक्षय और के पी आदर्श शामिल हैं। उन्हें थालास्सेरी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अस्पताल ले जाने पर जिमनेश गिर गए। डॉक्टरों ने जिमनेश का उपचार शुरू किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। उन्होंने कुछ देर बाद भी दम तोड़ दिया। जानकारी पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने जिमनेश के शव को कब्जे में ले लिया है। इसके बाद केरल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, मौत की वजह इंटरनल ब्लीडिंग बताई जा रही है।
बता दें कि इससे पहले पिनारयी गाँव में हमले में घायल हुए टी अक्षय के घर पर स्थानीय माकपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। उन्होंने गुरुदक्षिणा उत्सव के लिए तैयार किए गए झंडों और अन्य साज-सज्जा के सामानों को तोड़ दिया था। आरएसएस ने आरोप लगाया है कि सीपीएम कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के बाद उनकी मौत हो गई। वहीं पुलिस ने कहा कि जिमनेश हमले के बाद अस्पताल में इलाज करा रहे कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा था, उसकी गिरने से मौत हो गई।