महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक दलित युवक ने अपना जबरन खतना किए जाने की शिकायत दर्ज करवाई है। पीड़ित का नाम खांडू कांबले है जिसे धर्मांतरित कर के युसूफ बना दिया गया है। खतना करने का दबाव बनाने वाला आरोप मौलाना फैज़ और सैयद वकील चौधरी पर है। पीड़ित ने अपनी इस प्रताड़ना की वजह मुस्लिम लड़की से शादी करना बताया है। ऑपइंडिया से बात करते हुए पीड़ित ने अपनी प्रताड़ना में बीवी सहित ससुराल वालों को भी शामिल बताया है।
ऑपइंडिया ने पीड़ित युवक खंडू कांबले से बात की। उन्होंने हमें बताया कि इस मामले की शुरुआत 5 साल पहले हुई थी। तब लगभग 23 वर्षीय खंडू कांबले ऑटो चला कर अपने परिवार का गुजारा करता था। इस दौरान एक अस्पताल में उसके एक परिजन का इलाज चल रहा था। इसी अस्पताल में जुलेखा नाम की एक मुस्लिम लड़की भी अपने अब्बा महबूब शेख का इलाज करवा रही थी। दोनों की यहीं बातचीत हुई जो आगे चल कर मुलाकातों में बदल गई। जुलेखा ने खुद को तलाकशुदा बताया और खुद से ही खंडू कांबले से शादी इस इच्छा जताई। जुलेखा की अम्मी, अब्बा और एक भाई भी इस रिश्ते के लिए बिना शर्त तैयार हो गए।
मूल रूप से खंडू धाराशिव जिले का निवासी है। खंडू ने हमें आगे बताया कि शादी से पहले उसने और जुलेखा ने कभी भी एक-दूसरे के मजहब या धर्म में रोकटोक न करने की कसम खाई थी। जुलेखा नमाज़ पढ़ती थी और खंडू अपने धार्मिक संस्कार के अनुसार जीवन बिता रहा था। खुद को बेहद गरीब बताते हुए जुलेखा अपने पूरे परिवार के साथ खंडू के साथ रहने लगी। खंडू अपने साथ जुलेखा के भी परिजनों का पूरा खर्च उठाने लगा। इस बीच खंडू इस जॉइंट फैमिली के साथ लातूर आ कर रहने लगा।
खंडू ने हमें बताया कि उन्होंने लातूर के एक मुस्लिम बाहुल्य इलाके में किराए का मकान लिया। यह घर मस्जिद के सामने किसी सिकंदर का था। कुछ समय बाद यहाँ उसकी पक्की दोस्ती RTO ऑफिस में एजेंट का काम करने वाले यूनुस से हो गई। खंडू के घर से कुछ ही दूर पर कुछ मौलाना फैज़ और सैयद वकील रहते थे। आरोप है कि जब उन्हें दलित युवक खंडू द्वारा मुस्लिम लड़की से शादी की जानकारी हुई तो वो भड़क गए। दोनों मौलानाओं ने पहले खंडू को भला-बुरा कहा लेकिन जब उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा तब वो जुलेखा और उसके परिवार वालों को मज़हबी बातें कर के उकसाने लगे।
खंडू कांबले की एक लगभग 3 साल की बेटी है। आरोप है कि मौलानाओं की बातों में आ कर उनकी बीवी, सास और ससुर के बर्ताव में फर्क आने लगा। उन सभी ने मौलानाओं के साथ मिल कर खंडू पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। जब खंडू ने मना किया तो न सिर्फ उसकी पिटाई की जाने लगी बल्कि उनको जातिसूचक शब्द बोले जाने लगे। खंडू को नीची जाति का बताते हुए मुस्लिम परिवार के दामाद बनने के अयोग्य कहा जाता था।
शिकायत के मुताबिक, आखिरकार परिवार खोने का डर दिखा कर 3 मार्च, 2023 को खंडू को लातूर पुलिस अधीक्षक ऑफिस के सामने एक मस्जिद में बाहरी मौलानाओं की मौजूदगी में खंडू को इस्लाम कबूल करवा दिया गया। इसके बाद लातूर के ही एक अस्पताल में खंडू का खतना भी करवाया गया। खंडू पर मौलानाओं ने जमात में भी जाने का दबाव बनाया। जब उसने अपनी बीवी और बच्चे की फ़िक्र बताई तो उसे मौलानाओं ने सँभाल लेने का भरोसा दिया। हमसे बात करते हुए खंडू कांबले रोने लगे।
जब खंडू ने मौलानाओं द्वारा जमात में जाने के हुक्म को मानने से मना कर दिया तब उसकी लात-घूँसों से पिटाई की गई। खंडू से 5 लाख रुपए की डिमांड की गई। पैसे न देने पर मौलाना सैयद वकील और फैज़ ने उनकी बीवी और बच्चे को अपने साथ ही रखने की धमकी दी। इतना कह कर खंडू को बाहर निकाल दिया गया। आरोप है कि बाद में खंडू को एक मोबाइल नंबर से बार-बार पैसे माँगे जाने लगे। 15 सितंबर 2023 को खंडू ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया था कि 5 माह से उनकी बीवी और बेटी से उनका कोई सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।
अपनी शिकायत में खंडू कांबले ने पुलिस से अपनी बीवी और बच्ची की सुरक्षा की गुहार लगाई है। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है। ऑपइंडिया से बात करते हुए खंडू ने बताया कि अब उनकी पत्नी भी मौलानाओं के बहकावे में आ गई है। खंडू की पत्नी और ससुराल वाले उस पर 5 लाख रुपए देने के साथ एक जमीन भी खरीद कर अपने नाम करवाने का दबाव बना रहे हैं। लातूर में खुद को असुरक्षित बताते हुए खंडू फिलहाल धाराशिव में रह रहे हैं।
मुस्लिम दोस्त भी दे रहा धमकी
खंडू कांबले ने हमें बताया कि पहले उनका हिन्दू-मुस्लिम जैसी बातों पर यकीन नहीं था। उनका लातूर में सबसे पुराना दोस्त यूनुस भी अब धमकी दे रहा है। आरोप है कि पिछले हफ्ते उसने कॉल कर के धमकी दी थी और लातूर अपने रिस्क पर आने के लिए कहा था। यूनुस ने खंडू से ये भी कहा कि अगर उसे अपनी बीवी या बच्चों से बात करनी है तो उसके माध्यम से किया करे। खंडू ने हमसे बातचीत में यह भी शक जताया कि उसकी बीवी के मुस्लिम होने की बात लोगों में सम्भवतः यूनुस ने ही फैलाई हो।
फिलहाल खंडू की शिकायत पर अभी FIR दर्ज नहीं हुई है। खंडू ने हमसे बातचीत में आरोपितों को सजा दिलाने तक संघर्ष जारी रखने का एलान किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों को सजा मिलने के बाद वो अपने मूल धर्म में वापसी करेंगे। फ़िलहाल खंडू कांबले मोमोज और चाइनीज की दुकान चला कर अपना गुजर बसर कर रहे हैं।