NDTV ने भूटान में चीन के अतिक्रमण को लेकर एक रिपोर्ट की थी, जिसे शुक्रवार (20 नवंबर, 2020) को भारत में भूटान के राजदूत ने स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए उसे फर्जी खबर करार दिया है। दरअसल, NDTV ने कल यह दावा किया था कि चीन ने भूटान के क्षेत्र के भीतर एक गाँव की स्थापना की है। राजदूत ने भूटान में किसी भी चीनी गाँव की उपस्थिति को नकार दिया है।
एनडीटीवी ने गुरुवार को रिपोर्ट किया था कि चीन ने भूटान के इलाके में दो किमी अंदर एक गाँव की स्थापना की है, जो डोकलाम साइट के बहुत करीब है, जहाँ 2017 में चीनी और भारतीय सेना के बीच तनावपूर्ण झड़प हुआ था।
एनडीटीवी के एंकर विष्णु सोम ने गुरुवार को चीनी राज्य मीडिया के एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा पोस्ट की गई तस्वीरों को साझा करते हुए ट्विटर पर दावा किया कि यह ‘चीन द्वारा भूटान क्षेत्र की भूमि को हथियाने के स्पष्ट सबूत’ थे।
1.This is an astounding tweet with clear evidence of a CHINESE LANDGRAB WITHIN BHUTANESE TERRITORY, app. 9km from the India-China faceoff site in Doklam. The map shown here by @shen_shiwei, a senior journalist with Chinese state media, indicates this village is 2 km inside Bhutan https://t.co/UdNtS309yM
— Vishnu Som (@VishnuNDTV) November 19, 2020
इसके अलावा सोम ने कई नक्शों की एक सीरीज भी साझा की और दावा किया कि चीन ने भूटानी क्षेत्रों में गहरी घुसपैठ की है, जो रणनीतिक रूप से पूर्वी क्षेत्र में भारतीय सीमाओं के करीब है।
3. For reference – the big red box is where the Doklam face off between India and China took place a few years ago. And the small box is where the village is located per @shen_shiwei pic.twitter.com/CzNqZlz4Lq
— Vishnu Som (@VishnuNDTV) November 19, 2020
सोम ने कहा कि चीनी गाँव पंगड़ा भूटानी क्षेत्र के भीतर दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यह इस बात का एक इंडिकेटर है कि भारत ने हमेशा चीन द्वारा ‘सलामी स्लाइसिंग’ की आशंका जताई है। बता दें ‘सलामी स्लाइसिंग’ बीजिंग के भारतीय और भूटानी क्षेत्र में कटौती के प्रयासों को संदर्भित करता है।
गौरतलब है कि एनडीटीवी ही नहीं बल्कि इंडिया टीवी, मनीकंट्रोल, डीएनए, लॉजिकल इंडियन और विभिन्न अन्य मीडिया नेटवर्क ने भी भूटानी क्षेत्र में चीन की घुसपैठ के बारे में रिपोर्ट की थी।
हालाँकि, भूटानी क्षेत्रों पर चीन के कब्जे वाली मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए भारत में भूटान के राजदूत ने स्पष्ट किया कि भूटान के अंदर चीन द्वारा कोई गाँव स्थापित नहीं किया गया है।
There is no Chinese village inside Bhutan: Bhutan Ambassador to India, to ANI on a report that China has set up a village inside Bhutan, 9 kilometers from Doklam face-off site
— ANI (@ANI) November 20, 2020
उल्लेखनीय है कि, चीनी पत्रकार शेन शिवेई ने सबसे पहले भूटानी भूमि के अंदर कथित चीनी गाँव की तस्वीरें डाली थीं और गाँव को लेकर उल्लेख किया था। लेकिन विवाद खड़ा खोने के बाद उन्होंने चुपचाप अपने फर्जी दावे वाले पोस्ट को हटा दिया। हालाँकि, चीनी पत्रकार द्वारा किए गए दावे पर NDTV ने भूटान सरकार के स्पष्टीकरण के बावजूद गलत सूचना वाली रिपोर्टिंग को जारी रखा।
CGTN न्यूज़ प्रोड्यूसर शेन श्वेई ने गाँव को दिखाने के लिए एक मानचित्र साझा करते हुए कहा, “हमारे पास नवस्थापित पंगड़ा गाँव में स्थाई निवास हैं। यह यदोंग काउंटी से 35 किमी दक्षिण में घाटी के साथ है।”
बता दें हो सकता है कि चीन जानबूझकर अपनी चालबाजियों को जारी रखते हुए भूटान को लेकर फर्जी दावे करके गंदे राजनीतिक खेल खेल सकता है। और इसी कड़ी में NDTV और अन्य भारतीय मीडिया नेटवर्क चीनी प्रोपेगेंडा का शिकार हो गए और भूटान के अंदर चीनी उपस्थिति पर असत्यापित समाचार रिपोर्ट की रिपोर्टिंग में जुट गए और लोगों को भ्रमित करने लगें।