NDTV ‘जर्नलिस्ट’ श्रीनिवासन जैन ने मंगलवार (सितंबर 22, 2020) को सुदर्शन न्यूज़ के खिलाफ केंद्र सरकार की ‘कथित’ निष्क्रियता पर अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए ट्विटर पर अपना पक्ष रखा। आतंकवादी हमले को ‘छोटा-मोटा’ हमला करार देने वाले पत्रकार ने केंद्र पर किसी भी कीमत पर ‘अपने लोगों’ को बचाने का आरोप लगाया।
सुदर्शन न्यूज द्वारा सुप्रीम कोर्ट में ‘हिंदू आतंक’ पर NDTV शो का हवाला दिए जाने की वजह से श्रीनिवासन जैन भड़के हुए थे। एनडीटीवी के पत्रकार ने केंद्र पर हमला करते हुए ट्वीट किया कि सुदर्शन टीवी की रक्षा करने के लिए केंद्र सरकार ने सभी सीमाएँ पार कर दी।
उन्होंने लिखा, “सॉलिसिटर जनरल ने प्रेस फ्रीडम की खोज करते हुए किसने क्या किया तकनीक (जो हिंदू आतंक पर दिखाया गया है?) को फर्जी बताया कि कोर्ट पहले डिजिटल मीडिया को नियंत्रित करे।”
The extent to which the Centre has gone to stall action against Sudarshan TV is worth noting. From the Sol. Gen. discovering press freedoms, to bogus whatabouttery (‘what about shows on Hindu Terror?’), to insisting that the Court first regulate digital media. 1/n
— Sreenivasan Jain (@SreenivasanJain) September 22, 2020
जैन ने आगे आरोप लगाया कि राजनीतिक दलों के लिए मीडिया में अपने लोगों का बचाव करना आम बात है। उन्होंने कहा कि सरकार निष्पक्षता और कानून के शासन के लिए कभी-कभार अपना बलिदान देती है, बशर्ते कि अपराध ‘बहुत शर्मनाक’ हो।
All parties/govt’s go out of their way to protect ‘apne log’ – our people. But occasionally, to maintain the veneer of neutrality and adherence to rule of law, you allow action , especially if the stakes are low, and the ‘crime’ is egregiously bad.. 2/n
— Sreenivasan Jain (@SreenivasanJain) September 22, 2020
श्रीनिवासन जैन ने ट्वीट किया, “अपने लोगों’ की सुरक्षा के लिए सभी दल / सरकार अपने रास्ते से भटक गई है। लेकिन कभी-कभी निष्पक्षता और कानून के शासन के पालन के लिबास को बनाए रखने के लिए, आप कार्रवाई की अनुमति देते हैं, खासकर यदि अपराध बहुत ही बुरा हो।”
NDTV के पत्रकार आगे कहा कि केंद्र तो निष्पक्ष या कानून का पालन करने का नाटक भी नहीं करना चाहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि आज की सरकार ‘अपने लोगों’ की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी, भले ही वह कानून के शासन को बर्बाद कर दे।
.. like the Sudarshan show, or Kapil Mishra, or the ABVP attackers of JNU. But this regime has again and again its determination to fight to the last to defend ‘our people’, regardless of the ruinous impact on the rule of law. 3/n
— Sreenivasan Jain (@SreenivasanJain) September 22, 2020
उन्होंने कपिल मिश्रा, सुदर्शन टीवी और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का नाम लिया, जिन्होंने कथित तौर पर जेएनयू पर हमला किया था, उन लोगों की सूची में जिनके अपराध ‘गंभीर’ थे। लेकिन इस शासन ने, बार-बार, ‘अपने लोगों’ की रक्षा के लिए पूरी जोर लगा दी, चाहे इससे कानून पर कितना भी बुरा प्रभाव क्यों न पड़े।
श्रीनिवासन जैन ने आतंकी हमला को बताया ‘छोटा-मोटा’
गौरतलब है कि NDTV पर अपने एक शो के दौरान, श्रीनिवासन जैन ने अपने मोदी विरोधी नैरेटिव को फैलाने के लिए एक आतंकवादी हमले को कम दिखाने कोशिश की थी। उन्होंने दावा किया था कि इशरत जहाँ जैसे आतंकवादियों को एक मुठभेड़ के दौरान गुजरात पुलिस ने गोली मार दी थी। पत्रकार का कहना था कि आतंकी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री को मारने के लिए नहीं, बल्कि ‘छोटा-मोटा’ बम विस्फोट करने के लिए आए थे।
निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने NDTV के पत्रकार की खिंचाई की
हाल ही में एनडीटीवी पर निवेशक और व्यापारी राकेश झुनझुनवाला ने इंटरव्यू के दौरान ‘पत्रकार’ श्रीनिवासन जैन को नैतिक मीडिया रिपोर्टिंग का सबक सिखाया। राकेश झुनझुनवाला ने जोर देते हुए कहा, “मैं पीएम मोदी का प्रशंसक हूँ – यह एक जाना-माना तथ्य है। एक भारतीय के रूप में, मुझे अपने राजनीतिक विकल्पों पर अधिकार है, लेकिन, मैं आपको पूर्वाग्रह से ग्रसित पाता हूँ। मुझे लगता है कि NDTV सरकार के खिलाफ पूर्वाग्रह से ग्रसित है।” हालाँकि श्रीनिवासन ने अपने चैनल पर लगे आरोपों को खारिज करने का प्रयास किया, लेकिन उसका कोई मतलब नहीं था।