ओडिशा में एक ईसाई संस्था द्वारा आयोजित ‘बिग हीलिंग क्रुसेड’ कार्यक्रम के आयोजकों को फंक्शन होने से पहले ही धक्का लगा है। इस कार्यक्रम का इश्तेहार जारी होने के बाद एक ट्विटर हैंडल @noconversion ने कार्यक्रम के आयोजकों की पोल खोल कर रख दी। अपने ट्वीट में चौंकाने वाला खुलासा करने वाले यूजर ने इसे टारगेट करके दूरदर्शन पंजाबी से प्रचारित किए जाने का भी विरोध किया। यह कार्यक्रम एक संदिग्ध व्यक्ति पास्टर बजिंदर सिंह की अगुवाई में होना था। बता दें कि यह ईसाई संस्था दरअसल कार्यक्रम की आड़ में धर्म-परिवर्तन और अंध-विश्वास जैसी चीज़ों को बढ़ावा देती है।
डीडी पंजाबी पर इसके प्रचार-प्रसार को लेकर होने वाले विरोध को समझने के लिए बजिंदर सिंह की गाथा जानना ज़रूरी है। बता दें कि पास्टर बजिंदर सिंह एक हरियाणवी जाट है, जिसने ईसाई धर्मान्तरण का रास्ता चुना। 2016 में खुद ही ‘चर्च ऑफ़ विज़डम एंड ग्लोरी’ नाम से एक गिरजाघर (चर्च) खोलकर बैठ गया। उसने कहा कि यह धार्मिक आयोजनों के लिए है। उसने धीरे-धीरे पूरे पंजाब में खुद को एक चमत्कारिक व्यक्ति के रूप में बताकर प्रचारित करना शुरू कर दिया।
Stunning. As per this advertisement, the entire conversion drama is also telecast by the Public Broadcaster DD-Punjabi, every Friday 10 to 10:30 pm.
— Yashwant Deshmukh ?? (@YRDeshmukh) October 31, 2019
If that is true, I guess a lot of questions need to be answered. @prasarbharati @shashidigital @mediasurya @PrakashJavdekar https://t.co/SGn4j1cHYz
बता दें कि जालंधर की एक गिरजाघर ने बजिंदर सिंह और उसके चर्च से 2018 में अपने सम्बन्ध ख़त्म कर दिए थे। तब संस्था के प्रवक्ता फादर पीटर ने बताया था, “बजिंदर और उनके चर्च का हमारी संस्था से कोई लेना देना नहीं है, उस चर्च को वह स्वतंत्र रूप से चलाते हैं, जिसे मुख्यधारा के किसी गिरिजाघर से मान्यता भी प्राप्त नहीं है, न ही उनके द्वारा किया जाने वाला कोई भी काम ईसाई परंपरा की मुख्यधारा से ताल्लुक रखता है।”
खुदको पादरी कहने वाले बजिंदर पर रेप जैसे संगीन अपराध के आरोप भी लग चुके हैं। साल 2018 में जब यह मामला हुआ तो शिकायत के तुरंत बाद ही बजिंदर सिंह फरार हो गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बजिंदर को दिल्ली एयरपोर्ट से उस वक़्त गिरफ्तार कर लिया, जब वह देश से निकलकर अपने कार्यक्रम के बहाने लन्दन भाग रहा था।
पीड़ित महिला ने बजिंदर पर उसका रेप करने और उस रेप का वीडियो टेप बनाने और ब्लैक मेलिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। पीड़ित महिला ने बताया था, “उसने (बजिंदर ने) शिकायत करने के जवाब में उसके रेप का वीडियो वायरल कर देने के धमकी दी थी।” फिलहाल बेल पर खुलेआम जेल के बाहर घूम रहा बजिंदर यह दावा करता है कि उसके पास हर बीमारी का इलाज है- उसके दावे में कैंसर से लेकर एड्स जैसी घातक बीमारियाँ तक शामिल हैं।
2017 के एक मूर्खतापूर्ण वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे बजिंदर ने एक मृत बच्चे को जिंदा कर दिया। लोगों को मूर्ख बनाने वाले ऐसे बहुत से वीडियो सोशल मीडिया और इन्टरनेट पर ईसाई धर्मान्तरण के उद्देश्य से डाले ही जाते हैं। इन वीडियो के ज़रिये कोशिश यह की जाती है कि दर्शक वर्ग में ऐसी सोच पैदा करो जो ईसाई धर्म की हिमायती हों। ऐसे चमत्कारिक लोगों के झाँसे में अधिकांशतः वह लोग फंस जाते हैं जो भोले-भाले या कम पढ़े लिखे होते हैं। उन्हें नहीं मालूम कि उन्हें बेवक़ूफ़ बनाया जा रहा है। कैंसर जैसे बड़े रोग इस तरीके से नहीं बल्कि सही समय पर सही उपचार के बाद ही हराए जा सकते है।
अब सवाल यह उठता है कि दूरदर्शन पंजाबी ने एक ऐसे कार्यक्रमों को क्यों प्रसारित किया, जो गरीब और कमज़ोर को निशाना बनाकर मूर्ख बना रहे हैं। बता दें कि दूरदर्शन भारत सरकार का अपना पब्लिक ब्रॉडकास्टर है। यही वजह है कि त्योहारों में इसका काम बहुत व्यस्त और ज़िम्मेदारी भरा है। ऐसे में टीवी स्क्रीन से बजिंदर सिंह जैसे लोगों को दिखाना किसी भी तरीके से जायज़ नहीं।