असम पुलिस ने गुवाहाटी स्थित एक वेब पोर्टल से जुड़े दो पत्रकारों को वरिष्ठ मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की उनकी बेटी के साथ तस्वीर के चरित्र पर ऊँगली उठाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने मंत्री की उनकी बेटी के साथ की तस्वीर का इस्तेमाल करके उनके चरित्र को धूमिल करने का प्रयास किया था। ‘प्रतिबिंब लाइव’ नाम के पोर्टल के एडिटर इन चीफ तौफीकुद्दीन अहमद और इसके न्यूज एडिटर आसिफ इकबाल हुसैन को मंत्री के बारे में फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
Editor in Chief of Pratibimba Live Taufiquddin Ahmad and News Editor Iqbal have been arrested and would be taken in custody to investigate conspiracy behind airing such news.
— GP Singh (@gpsinghassam) February 17, 2021
पोर्टल ने कल एक तस्वीर पब्लिश की। जिसमें हिमंत बिस्वा सरमा अपनी बेटी को गले लगा रहे थे। मगर पोर्टल ने बेहद शातिर तरीके से यह दावा किया कि मंत्री किसी अनजान महिला के साथ हैं। जिसके बाद उन पर संगीन आरोप लगाए गए। इस न्यूज रिपोर्ट के बाद फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग सरमा के चरित्र को लेकर सवाल उठाने लगे।
Kindly tell her that the little girl in picture is my daughter https://t.co/7vGLxGzOHh
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 16, 2021
जब एक सोशल मीडिया यूजर ने फैलाई जा रही अफवाहों को लेकर प्वाइंट आउट किया, तो हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, “कृपया उन्हें बताएँ कि तस्वीर में छोटी लड़की मेरी बेटी है।”
सोशल मीडिया पर, विशेषकर फेसबुक पर झूठे आरोप के वायरल होने के बाद, पुलिस ने इसे रोकने के लिए कदम बढ़ाया। असम पुलिस के एडीजीपी जीपी सिंह ने बताया कि दोनों पत्रकारों को आईपीसी की धारा 509 (किसी भी महिला की शीलता का अपमान करने का इरादा) के तहत गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा POCSO अधिनियम की धारा 14 और 21 भी लगाई गई है, क्योंकि मंत्री की बेटी नाबालिग है। ऐसी दुर्भावनापूर्ण खबरों को हवा देने के पीछे की साजिश की जाँच के लिए पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।
‘प्रतिबिंब लाइव’ के तौफीकुद्दीन अहमद और इकबाल के अलावा, पुलिस ने कुछ अन्य ऐसे व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने फोटो को उसी भ्रामक दावे के साथ पब्लिश या फॉरवर्ड किया था। बोडोलैंड डिजिटल नामक पोर्टल से जुड़े पुली मुचैरी और स्पॉटलाइट असम नामक पोर्टल से जुड़े नाँग नोयोनमोनी गोगोई को भी पुलिस ने इस मामले में हिरासत में लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके साथ नजारुल हुसैन, नजमुल हक और मिजुल अली नाम के सोशल मीडिया यूजर्स को भी गिरफ्तार किया गया है।
Further,Puli Muchchary connected to Bodoland digital and Nang Noyonmoni Gogoi connected to Spotlight Assam, both digital platforms have been detained by police and would face lawful action. Once again, all are advised not to misuse digital/social media platforms. @DGPAssamPolice
— GP Singh (@gpsinghassam) February 17, 2021
एक साजिश के तहत इस तरह की फर्जी खबरों को न फैलाने की चेतावनी देते हुए, जीपी सिंह ने ट्वीट किया, “निवास स्थान की परवाह किए बिना सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो इस साजिश को आगे बढ़ाने के लिए किसी भी तरह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल दुर्भावनापूर्ण तरीके से करते हैं।” उन्होंने कहा कि दुर्भावनापूर्ण इरादे से ऐसी तस्वीरें पोस्ट करना POCSO एक्ट और असम पुलिस के प्रावधानों को आकर्षित करता है।
POCSO अधिनियम के कड़े प्रावधानों के तहत ऐसे सभी प्रयासों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दुर्भावनापूर्ण दावे के साथ फोटो प्रसारित करने वाले अधिक लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है।
दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट को प्रसारित करने के बाद, प्रतिबिंब लाइव ने उस रिपोर्ट को डिलीट कर दिया है और एक अन्य रिपोर्ट में इसके लिए माफी माँगी है। हालाँकि, उन्होंने झूठे दावे को फैलाने के लिए दूसरों को दोषी ठहराया। उन्होंने बताया कि लोग सोशल मीडिया पर फोटो को वायरल करके मंत्री को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। पोर्टल ने ‘अनजाने में हुई गलती’ के लिए माफी माँगी और दावा किया कि शायद किसी निहित स्वार्थी व्यक्ति ने मंत्री की बेटी के साथ इस तस्वीर को वायरल किया हो।