Friday, April 26, 2024
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हिमंत बिस्वा सरमा की बेटी के साथ फोटो को गलत दावों के साथ फैलाने वाले पत्रकार तौफीकुद्दीन और इकबाल गिरफ्तार

‘प्रतिबिंब लाइव’ नाम के पोर्टल के एडिटर इन चीफ तौफीकुद्दीन अहमद और इसके न्यूज एडिटर आसिफ इकबाल हुसैन को मंत्री के बारे में फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

असम पुलिस ने गुवाहाटी स्थित एक वेब पोर्टल से जुड़े दो पत्रकारों को वरिष्ठ मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की उनकी बेटी के साथ तस्वीर के चरित्र पर ऊँगली उठाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने मंत्री की उनकी बेटी के साथ की तस्वीर का इस्तेमाल करके उनके चरित्र को धूमिल करने का प्रयास किया था। ‘प्रतिबिंब लाइव’ नाम के पोर्टल के एडिटर इन चीफ तौफीकुद्दीन अहमद और इसके न्यूज एडिटर आसिफ इकबाल हुसैन को मंत्री के बारे में फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

पोर्टल ने कल एक तस्वीर पब्लिश की। जिसमें हिमंत बिस्वा सरमा अपनी बेटी को गले लगा रहे थे। मगर पोर्टल ने बेहद शातिर तरीके से यह दावा किया कि मंत्री किसी अनजान महिला के साथ हैं। जिसके बाद उन पर संगीन आरोप लगाए गए। इस न्यूज रिपोर्ट के बाद फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोग सरमा के चरित्र को लेकर सवाल उठाने लगे।

जब एक सोशल मीडिया यूजर ने फैलाई जा रही अफवाहों को लेकर प्वाइंट आउट किया, तो हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, “कृपया उन्हें बताएँ कि तस्वीर में छोटी लड़की मेरी बेटी है।”

सोशल मीडिया पर, विशेषकर फेसबुक पर झूठे आरोप के वायरल होने के बाद, पुलिस ने इसे रोकने के लिए कदम बढ़ाया। असम पुलिस के एडीजीपी जीपी सिंह ने बताया कि दोनों पत्रकारों को आईपीसी की धारा 509 (किसी भी महिला की शीलता का अपमान करने का इरादा) के तहत गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा POCSO अधिनियम की धारा 14 और 21 भी लगाई गई है, क्योंकि मंत्री की बेटी नाबालिग है। ऐसी दुर्भावनापूर्ण खबरों को हवा देने के पीछे की साजिश की जाँच के लिए पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।

‘प्रतिबिंब लाइव’ के तौफीकुद्दीन अहमद और इकबाल के अलावा, पुलिस ने कुछ अन्य ऐसे व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने फोटो को उसी भ्रामक दावे के साथ पब्लिश या फॉरवर्ड किया था। बोडोलैंड डिजिटल नामक पोर्टल से जुड़े पुली मुचैरी और स्पॉटलाइट असम नामक पोर्टल से जुड़े नाँग नोयोनमोनी गोगोई को भी पुलिस ने इस मामले में हिरासत में लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके साथ नजारुल हुसैन, नजमुल हक और मिजुल अली नाम के सोशल मीडिया यूजर्स को भी गिरफ्तार किया गया है।

एक साजिश के तहत इस तरह की फर्जी खबरों को न फैलाने की चेतावनी देते हुए, जीपी सिंह ने ट्वीट किया, “निवास स्थान की परवाह किए बिना सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जो इस साजिश को आगे बढ़ाने के लिए किसी भी तरह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल दुर्भावनापूर्ण तरीके से करते हैं।” उन्होंने कहा कि दुर्भावनापूर्ण इरादे से ऐसी तस्वीरें पोस्ट करना POCSO एक्ट और असम पुलिस के प्रावधानों को आकर्षित करता है।

POCSO अधिनियम के कड़े प्रावधानों के तहत ऐसे सभी प्रयासों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दुर्भावनापूर्ण दावे के साथ फोटो प्रसारित करने वाले अधिक लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा सकता है।

दुर्भावनापूर्ण रिपोर्ट को प्रसारित करने के बाद, प्रतिबिंब लाइव ने उस रिपोर्ट को डिलीट कर दिया है और एक अन्य रिपोर्ट में इसके लिए माफी माँगी है। हालाँकि, उन्होंने झूठे दावे को फैलाने के लिए दूसरों को दोषी ठहराया। उन्होंने बताया कि लोग सोशल मीडिया पर फोटो को वायरल करके मंत्री को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। पोर्टल ने ‘अनजाने में हुई गलती’ के लिए माफी माँगी और दावा किया कि शायद किसी निहित स्वार्थी व्यक्ति ने मंत्री की बेटी के साथ इस तस्वीर को वायरल किया हो।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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