Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टमीडियाकेंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने इंडिया टुडे को बताया 'सुस्त', कहा- स्टिंग से पहले...

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह ने इंडिया टुडे को बताया ‘सुस्त’, कहा- स्टिंग से पहले हो चुकी थी कार्रवाई

"लेज़ी जर्नलिज्म (सुस्त पत्रकारिता) अपने लिए गड्ढे खोदने जैसा है। अगर मीडिया समूह (इंडिया टुडे) ने एयर इंडिया से ही जानकारी माँग ली होती या सोशल मीडिया पर इस मुद्दे से संबंधित जानकारी खोज ली होती तो उन्हें ऐसे नतीजे कभी हासिल नहीं होते।"

इंडिया टुडे समूह ने एक ‘स्टिंग ऑपरेशन’ किया था। इसमें सरकार पर एजेन्ट्स और ट्रैवल ऑपरेटर्स पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया गया था। इस स्टिंग में ऐसा खुलासा किया गया था कि एजेन्ट्स और ट्रैवल ऑपरेटर्स एयर इंडिया की वन्दे भारत के टिकट मन मुताबिक़ दाम पर बेच रहे थे। इस पर नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह ने इंडिया टुडे को फटकार लगाई है।   

इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए उड्डयन मंत्री ने कहा कि ऐसा स्टिंग करने के लिए किसी भी मीडिया समूह को पूरा होम वर्क कर लेना चाहिए। हालाँकि उन्होंने अपने ट्वीट में इंडिया टुडे का नाम नहीं लिया है।

इंडिया टुडे ने इस स्टिंग के आधार पर कई बड़े दावे किए थे। उनका कहना था कि महामारी के बाद इस योजना के तहत देश के कई हिस्सों में टिकट की कालाबाज़ारी हो रही है। सरकार इस पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है, जिसकी वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

इन दावों का जवाब देते हुए हरदीप सिंह ने कहा कि मंत्रालय ऐसी घटनाओं पर हमेशा से निगरानी रख रहा था। मंत्रालय ने यात्रियों को ऐसे बिचौलियों से बचने के लिए अक्सर चेतावनी भी जारी की है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि टिकट केवल आधिकारिक तौर पर तय किए गए दामों पर ही खरीदे जाएँ।   

मंत्रालय की कोशिश लगातार यही रही है कि आम लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो। उड्डयन मंत्री ने एयर इंडिया द्वारा हाल ही में जारी किए गए सर्कुलर का भी हवाला दिया। इस आदेश में मंत्रालय ने लिखा है कि पिछले कुछ समय में ऐसी घटनाएँ सामने आई हैं जिसमें बिचौलिए वंदे भारत मिशन के तहत चलने वाली हवाई जहाज के लिए ज़्यादा रुपए वसूल रहे थे।    

इस आदेश में यह भी साफ़ किया गया है कि मंत्रालय ने इस मामले में 3 एजेन्ट्स को चेतावनी भी जारी की है। इसके अलावा मंत्रालय ने तीन एजेंट्स का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है। यह सब कुछ इंडिया टुडे के स्टिंग के बहुत पहले ही हो चुका है। इस संबंध में 2 जून 2020 को आरोपित एजेन्ट्स पर मामला भी दर्ज किया गया था। इस घटना को अब दो महीने से ज्यादा का समय हो चुका है और इंडिया टुडे इस मुद्दे पर अब स्टिंग कर रहा है।   

हरदीप सिंह ने कहा, “लेज़ी जर्नलिज्म (सुस्त पत्रकारिता) अपने लिए गड्ढे खोदने जैसा है। अगर मीडिया समूह (इंडिया टुडे) ने एयर इंडिया से ही जानकारी माँग ली होती या सोशल मीडिया पर इस मुद्दे से संबंधित जानकारी खोज ली होती तो उन्हें ऐसे नतीजे कभी हासिल नहीं होते।” हरदीप सिंह ने यह भी कहा कि जो लोग स्टिंग में शामिल हुए हैं वह असल में एजेन्ट्स हैं भी नहीं। एजेन्ट्स और सब एजेन्ट्स को IATA नियुक्त करता है। आरोपित बिचौलियों पर भी मामला दर्ज कर लिया गया है।    

यह पहला मौक़ा नहीं है जब उड्डयन मंत्रालय को वंदे भारत मिशन पर मीडिया द्वारा फैलाई गई झूठी ख़बरों के संबंध में सफाई जारी करनी पड़ी हो। इसके पहले मंत्री हरदीप सिंह ने ऐसे ही स्टिंग के लिए इकोनॉमिक टाइम्स को फटकार लगाई थी। इकोनॉमिक टाइम्स ने दावा किया था कि जो लोग भारत वापस आना चाहते हैं या भारत से कहीं जाना चाहते हैं, वह वंदे भारत मिशन से परेशान हो चुके हैं। इसके अलावा यह भी कहा था कि एयर इंडिया दूसरे देश में मौजूद भारतीय नागरिकों को वापस लेकर आने के लिए अत्यधिक दाम वसूल रही है। इस पर हरदीप सिंह ने सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया था। साथ ही इस रिपोर्ट को बेहद निचले स्तर की पत्रकारिता करार दिया था।    

वंदे भारत मिशन भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना थी। इसके तहत दुनिया के तमाम देशों में फँसे भारतीय नागरिकों वापस लाया जाना था। इस योजना के तहत एयर इंडिया ने अब तक विदेश में फँसे हज़ारों भारतीय नागरिकों को वापस बुलाया है। महामारी के दौर में भारत सरकार की इस योजना ने दूसरे देशों में फँसे नागरिकों की बहुत मदद की।  

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -