Monday, November 18, 2024
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महाराष्ट्र पुलिस किसके कहने पर मुझे मेरा प्रोग्राम करने से रोकना चाहती है: थाने पहुँचे अर्नब गोस्वामी ने देरी पर उठाए सवाल

"मेरे सूत्रों ने मुझे बताया है कि बड़े पुलिसकर्मियों ने आदेश दिया है कि मुझे रोका जाए। मुझसे इंतजार करवाया जाए। मुझे समझ में नहीं आता कि ये एक पत्रकार के साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं। मैं अंदाजा यही लगा सकता हूँ कि ये चाहते हैं कि मैं अपना प्रोग्राम 'पूछता है भारत' न कर पाऊँ और रिपब्लिक इंग्लिश पर जो मेरा डिबेट प्रोग्राम है, वो न कर पाऊँ।"

कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी के खिलाफ कथित तौर पर की गई टिप्पणी मामले में दर्ज एफआईआर के सिलसिले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी बुधवार (जून 10, 2020) को पूछताछ के लिए एनएम जोशी पुलिस स्टेशन पहुुँच गए हैं। 

हालाँकि, उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके पूछताछ में जानबूझ कर देरी की जा रही है। उन्होंने कहा, “मेरे सूत्रों ने मुझे बताया है कि बड़े पुलिसकर्मियों ने आदेश दिया है कि मुझे रोका जाए। मुझसे इंतजार करवाया जाए। मुझे समझ में नहीं आता कि ये एक पत्रकार के साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं। मैं अंदाजा यही लगा सकता हूँ कि ये चाहते हैं कि मैं अपना प्रोग्राम ‘पूछता है भारत’ न कर पाऊँ और रिपब्लिक इंग्लिश पर जो मेरा डिबेट प्रोग्राम है, वो न कर पाऊँ। इससे उन्हें क्या खुशी होगी, समझ में नहीं आ रहा है।”

अर्नब गोस्वामी आगे कहते हैं, “मैं एक बार फिर से इनसे आग्रह कर रहा हूँ कि मेरी पूछताछ शुरू कीजिए। और अगर कोई इनके आका इनको निर्देश दे रहे हैं कि अर्नब को रोको, उसको देर करवाओ, तो मैं बता दूँ कि मेरे CFO की पाँच घंटे से पूछताछ चल रही है। उन्होंने लंच तक नहीं किया है। मैं खुद पुलिस स्टेशन के बाहर खड़ा हूँ। बिना कोई कारण बताए बेवजह मुझे रोका जा रहा है। यह गलत, अनैतिक और असंवैधानिक भी है।”

उन्होंने बताया कि पूछताछ के लिए उनको 2 बजे का समय दिया गया था और वो 2 बजे पुलिस स्टेश पहुँच गए थे। मगर फिर भी उन्हें रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि वो जानना चाहते हैं कि मुंबई पुलिस उन्हें उनका प्रोग्राम करने से क्यों रोकना चाहती है। क्यों पुलिस उन्हें उनके कर्तव्य से रोक रही है। उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया कि वो उन्हें उनके प्रोग्राम करने की इजाजत दें, जल्द से जल्द उनकी पूछताछ शुरू करें।

साथ ही उन्होंने यह भी बताया, “जब मैंने उनसे पूछा कि मुझे क्यों रोका जा रहा है, मेरे CFO एस सुंदरम से इतनी देर से क्यों पूछताछ हो रही है तो पुलिस ने कहा कि ये मेरी मनमर्जी है, हम जितनी देर चाहें, आपको रोक सकते हैं, इंतजार करवा सकते हैं। CFO से पूछताछ कर सकते हैं।”

इससे पहले अर्नब गोस्वामी ने कहा था, “मैं कानून का पालन करने वाले एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में यहाँ आया हूँ और कानून का पालन करूँगा। मेरे खिलाफ सारे केस फर्जी हैं। सवालो से डरने वाला नहीं हूँ। सत्य की जीत होगी।”

अर्नब गोस्वामी ने मंगलवार (जून 9, 2020) को कहा था, “मुंबई पुलिस आयुक्त को चिंता नहीं करनी चाहिए। मैं दोपहर ठीक दो बजे पुलिस स्टेशन में हाजिर हो जाऊँगा। पुलिस ने मुझे एक और समन भेजा है। मैं पाँच मिनट पहले ही पहुँच जाऊँगा। न रुकेंगे न झुकेंगे हम हर दिन पूछेगें, क्योंकि सच हमारे साथ है।”

बता दें कि सोमवार (जून 8, 2020) देर रात पुलिस ने समन जारी कर गोस्वामी को दूसरे दौर की पूछताछ के लिए बुधवार को दिन में 11 बजे हाजिर होने का आदेश दिया था। लेकिन बाद में मंगलवार को समय संशोधित कर दो बजे कर दिया गया था।  

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की मॉब लिंचिंग पर सोनिया गॉंधी की चुप्पी को लेकर अर्नब ने कहा था, “सोनिया गाँधी तो खुश हैं। वो इटली में रिपोर्ट भेजेंगी कि देखो, जहाँ पर मैंने सरकार बनाई है, वहाँ पर हिन्दू संतों को मरवा रही हूँ। वहाँ से उन्हें वाहवाही मिलेगी। लोग कहेंगे कि वाह, सोनिया गाँधी ने अच्छा किया। इन लोगों को शर्म आनी चाहिए। क्या उन्हें लगता है कि हिन्दू चुप रहेंगे? आज प्रमोद कृष्णन को बता दिया जाना चाहिए कि क्या हिन्दू चुप रहेंगे? पूरा भारत भी यही पूछ रहा है। बोलने का समय आ गया है।”

इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक समेत देश के कई राज्यों में रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। 

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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